गृह विभाग के सचिव विकास वैभव सहित कई लोग लोगों ने की सोन आरती
शाहाबाद महोत्सव के लिए श्रमदान से बांदू मे हुआ सड़क मरम्मती
आर० डी० न्यूज़ नेटवर्क : 04 दिसंबर 2021 : नौहट्टा। शुक्रवार को प्रखंड के दसशीशानाथ के पास मध्य सोन मे शाहाबाद महोत्सव की शुरुआत सोन आरती से की गई। इसके लिए पहले से ही तैयारी की गयी थी। सोन आरती को लेकर बड़ी संख्या मे लोग जुटे थे। नाव के द्वारा दसशीशानाथ तक लोग पहुंचे। दसशीशानाथ के पास ही कार्यक्रम किया गया। अतिथियों को बांदू गांव की ओर से अंग वस्त्र से सम्मानित किया गया। बनारस अस्सी घाट के पंडा के देखरेख मे सोन आरती का कार्यक्रम किया। रोहतास और नौहट्टा प्रखंड वासियों में महोत्सव को लेकर काफी उत्साह देखने को मिल रहा है। बांदू सोन तक पहुंचने के लिए सड़क खराब था जिसे गुरूवार को पचास से अधिक लोगो ने श्रमदान कर मरम्मत कर दिया ताकि अतिथियों को परेशानी न हो। आयोजन समिति के अखिलेश सिंह ने बताया कि ऐतिहासिक रोहतासगढ किले के अलावा यहां के प्रतिष्ठित प्रर्यटन स्थलों को पूरे देश में पहचान नहीं मिल सका। विध्व पर्वत श्रृंखला के कैमूर पहाड़ी पर स्थित रोहतास गढ़ के अलावा चौरासन मंदिर के साथ साथ शेरगढ़ का किला, शेरशाह सूरी के मकबरे को वैश्विक पहचान दिलाने की पहल शाहाबाद महोत्सव के माध्यम से की जा रही है। उन्होंने बताया कि तीन दिवसीय कार्यक्रम की शुरूआत नौहट्टा प्रखंड के बांदू गांव के पास स्थित दशीशानाथ मंदिर के पास सोन आरती से की गई । कार्यक्रम में प्रशासनिक अधिकारी, राजनेता औऱ सामाजिक कार्यकर्ता और शिक्षाविद् भी शामिल थे।
रोहतासगढ किला पर होगा कार्यक्रम
रोहतास प्रखंड क्षेत्र के कैमूर पहाड़ी पर स्थित रोहतासगढ किला मे चार व पांच दिसंबर को सोन तटीय इतिहास और संस्कृति विषय पर एक सेमिनार, स्थानीयनृत्य संगीत शाहाबाद के महापुरूष और प्रमुख स्थलों से संबंधित तैल्य चित्र प्रदर्शनी और व्यंजनो का स्टाल लगेगा तथा शाहाबाद के गौरवशाली इतिहास और इसके विकास की संभावनाओं पर सेमिनार का आयोजन किया गया है।अखिलेश कुमार ने कहा कि रोहतासगढ़ किले के अलावा पूरे शाहाबाद इलाके के ऐतिहासिक मह्तव के स्थलों को सही पहचान नहीं मिल सकी। कार्यक्रम के माध्यम से शाहाबाद के सभी स्थलों को जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है।
मुख्यधारा से वंचित हैं वनवासी
रोहतास औऱ नौहट्टा प्रखंड क्षेत्र में कैमूर पहाड़ी का पूरा इलाका आता है। लेकिन आजादी के इतने वर्षों के बाद भी मुख्यधारा में नहीं जुड़ सके हैं। आईपीएस विकास वैभव और मनु महाराज ने लोगों को जोड़ने की थी। बिहार के वर्तमान गृह सचिव औऱ तत्कालीन आईपीएस अधिकारी विकास वैभव ने कैमूर पहाड़ी पर रहने वाले लोगों को मुख्यधारा में लाने की पहल सोन महोत्सव के माध्यम से की थी।पुनःआईपीएस मनु महाराज ने सोन महोत्सव को आगे बढाने का कार्य किया था तथा क्षेत्र मे शांति स्थापित किया था। मनु महाराज व विकास वैभव के कारण क्षेत्र नक्सली गतिविधियों से काफी दूर है।पुलिस और नक्सलियों की मुठभेड़ अब पुरानी बात हो गई है। जिले के सूदूरवर्ती रोहतास और नौहट्टा प्रखंड क्षेत्र में बांदू के ऐतिहासिक दशीशानाथ चबूतरा के साथ साथ महादेव खोह का जल प्रताप के अलावा कई अन्य पर्यटक स्थल हैं।
मेडिकल टीम थी तैनात
बांदू दसशीशानाथ तक पहुंचने के लिए नाव द्वारा ही संभव है इसके अलावा क्षेत्र मे ठंड भी दस्तक दे चुकी है। इसके डाक्टर मुकेश कुमार के अगुवाई मे मेडिकल टीम दवा लेकर तैनात थी।
कहते हैं अधिकारी
आईपीएस अधिकारी विकास वैभव ने कहा कि रोहतास जिले के ऐतिहासिक स्थलों को वैश्विक पहचान मिल सके। इसके लिए अपने कार्यकाल में प्रयास किया गया। इस तरह के प्रयास से बिहार के लिए भी बेहतर अवसर मिल सकते हैं।