आर० डी० न्यूज़ नेटवर्क : 26 नवम्बर 2022 : पटना : बिहार में जो कोई शराब की होम डिलेवरी कर रहा है तो नीतीश ने उनके लिए बंपर स्कीम का एलान किया है. नीतीश कुमार ने एलान किया है कि शराब बेचने का काम छोड़ने वाले को राज्य सरकार एक लाख रूपये देगी. सिर्फ शराब बेचने वाले ही नहीं बल्कि ताड़ी बेचने वाले के लिए भी ये स्कीम चलेगी. अगर वे ताड़ी के बजाय नीरा बनायेगा तो सरकार उन्हें भी एक लाख रूपये देगी. नीतीश कुमार ने ये एलान तब किया है जब राज्य सरकार बिहार के 4 लाख से ज्यादा लोगों को शराब पीने और बेचने के जुर्म में गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है.
दरअसल नीतीश सरकार ने आज नशा मुक्ति दिवस मनाया. इसी मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपनी बंपर स्कीम का एलान किया. उन्होंने कहा- बिहार में शराब के मामले में पकड़ा तो बहुत आदमी रहा है. लेकिन या तो पीने वाला पकड़ा रहा है या शराब बेचने वाला गरीब गुरबा. असली लोग पकड़ा नहीं रहा है. कुछ ही पकड़ा रहा है. मैंने पुलिस वालों और उत्पाद विभाग वालों को कह दिया है कि अब असली धंधेबाज को पकडिये. जो असली गड़बड़ी करता है उसे जेल में भेजिये.
नीतीश कुमार ने कहा-असली धंधेबाज बाहर कहां निकलता है. वह तो गरीब-गुरबा को बाहर भेज कर शराब बेचवाता है. गरीब गुरबा लोगों को पकड़ने की जरूरत नहीं है. नीतीश ने कहा हम नयी योजना बनाने जा रहे हैं. अपनी नयी योजना बनाने जा रहे हैं. जो थोड़ा बहुत शराब बेच रहे हैं या ताड़ी बेच रहे हैं उनके लिए सरकार नया स्कीम ला रही है. उनके लिए सरकार सतत जीविकोपार्जन योजना चलायेगी. जो शराब बेचना या ताड़ी बेचना छोड़ देंगे उन्हें सरकार मदद करेगी. सरकार उन्हें दूसरा रोजगार करने के लिए एक लाख रूपये देगी. वे एक लाख रूपये से नया रोजगार करें.
नीतीश कुमार ने कहा कि वैसे उनकी सरकार पहले से ही सतत जीविकोपार्जन योजना चला रही है. इसके तहत ही 2018 में ये फैसला लिया गया था कि जो लोग शराबबंदी से पहले शराब का कारोबार करते थे और अगर वे बेरोजगार हो गये हैं तो उन्हें नया रोजगार करने के लिए सरकार 60 हजार रूपये देगी. इसके तहत 40 हजार 893 परिवार को लाभ दिया गया था. सरकार अब 60 हजार को बढ़ा कर एक लाख रूपये करने जा रही है. शराब बेचने वाले या ताड़ी बेचने वाले अगर ये धंधा छोड़ते हैं तो उन्हें ये रकम दी जायेगी.