बिक्रमगंज । धान के कटोरा कहे जाने शाहाबाद में धान का फसल पक कर लगभग तैयार हो चुका है। धान की बालियों को देखकर किसानों के चेहरे पर जहां एक ओर खुशी का माहौल दिख रहा है । वही किसानों के चेहरे पर फसल काटने वाले मजदूरों के अभाव में किसानों के लिए एक चिंता का विषय बना हुआ है । दूसरी तरफ कोरोना संक्रमण के मद्देनजर कोई मजदूर अपने गांव से नहीं आना चाह रहे हैं । धान के फसल कटाई को लेकर झारखंड से भारी मात्रा में मजदूर विगत कई वर्षों से यहां आते रहे हैं। परंतु अबकी बार कोरोना संक्रमण को देखते हुए मजदूरों मे काफी नकरात्मक सोंच देखीं जा रहीं हैं। किसान उनके गृह पर जाकर उन्हें बुलाने का भरपूर कोशिश कर रहे हैं परंतु अबकी बार मजदूरों का बहुत कम मात्रा में आना किसानों के लिए एक चिंता का विषय हैं । प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न गावों के किसानों मे यही विषय बना हुआ है। अररूआ गांव के किसान चंदन कुमार सिंह, रवि सोनी, राकेश सिंह ने बताया कि खलिहानों की छिलाई कर उसे तैयार किया जा चुका है लेकिन अभी तक मजदूर नहीं आने से हमलोग बहुत चिंतित हैं । वही कुशी , शिवपुर , करमैनी खुर्द , जोन्ही एवं गोटपा गांव के किसानों का भी यही हाल है । किसानों का कहना है कि अगर फसल समय पर नहीं कटा तो रवि फसल के बुआई पर बहुत खासा असर पड़ सकता है । फिलहाल दिवाली पर्व से पहले फसल का कटाई जोरों पर शुरू हो जायेगा ।