रोहतास दर्शन न्यूज़ नेटवर्क : सासाराम : मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य योजनाओं के कार्यों के प्रति उदासीनता बरतने पर जिला मूल्यांकन अनुश्रवण पदाधिकारी सहित जिले के आठ प्रखंड के स्वास्थ्य अधिकारियों के वेतन पर रोक लग गई है| यह कार्रवाई स्वास्थ्य सेवाएं के क्षेत्रीय अपर निदेशक के निर्देश पर सिविल सर्जन ने की है| निदेशक ने सिविल सर्जन को पत्र के माध्यम निर्देशित करते हुए कहा कि विगत 30 दिसंबर 2020 को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आरसीएच पोर्टल पर सत प्रतिशत गांव के प्रोफाइल एवं गर्भवती माताओं एवं नवजात शिशु के एंट्री लक्ष्य के विरुद्ध 40 प्रतिशत करने का निर्देश दिया गया था| लेकिन, आरसीएच वेबसाइट पोर्टल के अनुसार गांव के प्रोफाइल एंट्री अकोढ़ी गोला के द्वारा 123 के विरुद्ध सिर्फ पांच, चेनारी 215 के विरुद्ध सात, शिवसागर 203 के विरूद्ध 60 प्रतिशत की गई है| वहीं गर्भवती माताओं एवं शिशु के पंजीकरण में इएलए के विरुद्ध 40 प्रतिशत एंट्री करने के निर्देश के क्रम में अकोढ़ी गोला द्वारा 1.15 पीडब्ल्यू एवं 1.25 चिल्ड, चेनारी 0.63 पीडब्ल्यू एवं 1.04 चिल्ड, नासरीगंज 5. 18 पीडब्ल्यू एवं 2.93, नोखा 4.18 पीडब्ल्यू 1.79 चिल्ड, संझौली 0.59 पीडब्ल्यू एवं 14.24 चिल्ड, सासाराम 0.00 पीडब्ल्यू एवं 4.09 चिल्ड, तिलौथू 0.00 पीडब्ल्यू एवं 0.00 चिल्ड,शिवसागर 2.68 पीडब्ल्यू एवं 20.32 प्रतिशत चिल्ड का पंजीकरण किया गया है| इससे प्रतीत होता है कि जिला स्तर से लेकर प्रखंड स्तरीय पदाधिकारियों के निर्देश का अवहेलना की जा रही हैं एवं मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य संबंधित कार्यक्रम में रुचि नहीं ली जा रहे है |जिसके कारण जिला स्तर से जिला मूल्यांकन अनुश्रवण पदाधिकारी सहित जिले के उक्त प्रखंड के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक, प्रखंड सहायक मूल्यांकन एवं अनुश्रवण पदाधिकारी, प्रखंड सामुदायिक उत्प्रेरक का अगले आदेश तक वेतन निकासी पर रोक लगाया जाऐ|