आर० डी० न्यूज़ नेटवर्क : 28 मार्च 2023 : एक ओर राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता चली गई, तो दूसरी ओर बीजेपी और उसके सहयोगी दलों ने वीर सावरकर का मुद्दा उठा दिया है। हाल ही में राहुल गांधी ने सावरकर पर जो बयान दिया था, अब उनसे माफी की मांग की जा रही। इस मुद्दे को लेकर सहयोगी शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) ने भी कांग्रेस नेता की निंदा की। उनके बाद अब मामले में वीर सावरकर के पोते रंजीत सावरकर का बयान सामने आया है, साथ ही उन्होंने राहुल से माफी से जुड़े सबूत मांगे।
रंजीत सावरकर ने कहा कि राहुल गांधी कह रहे हैं कि वो माफी नहीं मांगेंगे क्योंकि वो सावरकर नहीं हैं, मैं उन्हें चुनौती देता हूं कि वे ऐसे दस्तावेज दिखाएं, जिनमें सावरकर ने माफी मांगी हो। इसके उलट वो (राहुल गांधी) दो बार सुप्रीम कोर्ट से माफी मांग चुके हैं। राहुल गांधी जो कुछ भी कर रहे हैं वो बचकाना है। राजनीति को बढ़ावा देने के लिए देशभक्तों के नाम का इस्तेमाल निंदनीय है।
राफेल मामले में मांगी थी माफी
दरअसल मोदी सरकार ने फ्रांस के साथ राफेल डील की थी, जिसके तहत 36 लड़ाकू विमान भारत आने थे। राहुल गांधी ने इस डील में धांधली का आरोप लगाया, साथ ही ‘चौकीदार चोर है’ का नारा दिया। बीजेपी इस मुद्दे को लेकर सुप्रीम कोर्ट पहुंच गई थी। वहां 2019 में राहुल गांधी ने बिना शर्त माफी मांग ली। इसी तरह एक मामला बीजेपी नेता मीनाक्षी लेखी से जुड़ा था, जिसमें राहुल ने अपनी गलती मान ली थी।
सहयोगी उद्धव ठाकरे ने भी किया किनारा
महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे का गुट कांग्रेस का सहयोगी है, लेकिन उन्होंने इस बयान के बाद राहुल से किनारा कर लिया। मामले में संजय राउत ने कहा कि वीर सावरकर हमारे और देश के लिए श्रद्धा का विषय हैं। अंडमान में 14 साल तक काला पानी की सजा आसान नहीं है। ऐसी टिप्पणी पर महाराष्ट्र की जनता करारा जवाब दे सकती है। हम आपके साथ हैं लेकिन वीर सावरकर हमारे प्रेरणास्रोत हैं।