आर० डी० न्यूज़ नेटवर्क : 14 अप्रैल 2022 : वैशाली। वैशाली की धूल व कण कण और रग रग में वैशाली की गरिमामयी इतिहास छुपी हुई है और वास्तव में वैशाली की कण अपनी ऐतिहासिक व धार्मिक इतिहास को संजोये हुई है।ये बातें सूबे के उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने महोत्सव का शुभ उद्घाटन करने के बाद उपस्थित जनसमूह को सम्बोधित करते हुए कहा।उपमुख्यमंत्री ने कहा की वास्तव में वैशाली ने अपने बिहार के अतीत व गौरव को मुखर करने का काम किया है।इसके साथ ही उन्होंने कहा की आने वाले दिनों में निश्चित तौर पर वैशाली की अपनी प्राचीन गरिमामयी इतिहास के अनुरूप ही वैशाली महोत्सव को मनाया जाएगा।इससे पूर्व सांसद वीणा देवी ,स्थानीय विधायक सिद्धार्थ पटेल, लालगंज विधायक संजय सिंह, पातेपुर विधायक लखिन्द्र कुमार रौशन,हाजीपुर विधायक अवधेश सिंह व विधान पार्षद देवेशचन्द्र ठाकुर ने अपनी बातों को रखते हुए मंचासीन उपमुख्यमंत्री से मांग किया की जगदीशचंद्र माथुर की जो सोच थी इस वैशाली महोत्सव को मनाने का और पूर्व में जो वैशाली महोत्सव अपने एक खास अंदाज में मनाया जाता रहा है वो काफी सिकुड़ती जा रहा है,ऐसा नहीं हो और अगले वैशाली महोत्सव में महोत्सव की खोयी हुई गरिमा को पुनर्स्थापित किया जाए ।वैशाली महोत्सव एक बंद पंडाल में न आयोजित कर विशालतम क्षेत्र मे खुले मुक्ताकाश में मनाया जाए और यहाँ के स्थानीय लोगों की पूरी सहभागिता हो।स्थानीय विधायक सिद्धार्थ पटेल ने वैशाली में आये तमाम अतिथियों को अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया तो जिलाधिकारी उदिता सिंह, आरक्षी अधीक्षक मनीष कुमार,अपर समाहर्ता जीतेन्द्र कुमार साह द्वारा स्मृतिचिह्न, जीविका दीदी द्वारा निर्मित बास्केट व अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया गया।तत्पश्चात उपमुख्यमंत्री,विधायक गण व जिलाप्रशासन द्वारा महोत्सव में लगे सभी स्टाल का अवलोकन किया गया।तो इधर राकेश जैन की टीम द्वारा भगवान महावीर स्वामी पर आधारित जीवन का लोकनृत्य से प्रस्तुत किया गया।सत्येन्द्र कुमार संगीत की कार्यक्रम भी प्रस्तुति की गई जिन्हें कई नवाजों से नवाजा जा चुका है। तत्पश्चात लोक गायिका अपूर्वा प्रियदर्शी का एक से बढ़कर एक लोकगीत को दर्शकों ने काफी सराहा और सबसे अंत में कवि सम्मेलन आयोजित किया गया जो अपनी काव्यपाठ से श्रोताओं को जमकर हँसाया व खूब ताली बटोरा।