गंगा जल उद्दह योजना एक महत्वपूर्ण योजना है जिसके माध्यम से राजगीर, गया, बोधगया एवं नवादा के लोगों को गंगा जल शुद्ध पेयजल के रुप में उपलब्ध कराया जायेगा- मुख्यमंत्री
निर्धारित समय में इस योजना का कार्य तेजी से पूर्ण करें-मुख्यमंत्री
रोहतास दर्शन न्यूज़ नेटवर्क : 12 अक्टूबर 2021 : पटना । मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गंगा उद्दह योजना के अंतर्गत चल रहे कार्यों की प्रगति का नालंदा, नवादा एवं गया जिले के विभिन्न स्थलों पर जाकर जमीनी जायजा लिया। उन्होंने नवादा जिले के मोतनाजे जाकर गंगा उद्दह योजना के अंतर्गतजारी कार्यों का निरीक्षण किया। मोतनाजे में जल भंडारण हेतु निर्माणाधीन टैंक सह पम्प हाउस का निरीक्षण किया। अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को जानकारी दी कि यहां से राजगीर एवं नवादा के लिए गंगा जल की आपूर्ति की जायेगी। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्माण कार्यों को तेजी से पूर्ण करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि एलायनमेंट इस प्रकार रखें कि पानी का प्रवाह ठीक ढ़ंग से हो। मुख्यमंत्री ने कहा कि गंगा जल उद्दह योजना एक महत्वपूर्ण योजना है जिसके माध्यम से राजगीर, गया, बोधगया एवं नवादा के लोगों को गंगा जल शुद्ध पेयजल के रुप में उपलब्ध कराया जायेगा। इस योजना पर सरकार बड़ी राशि खर्च कर रही है। उन्होंने कहा कि निर्धारित समय में इस योजना का कार्य तेजी से पूर्ण करें।
मुख्यमंत्री ने गया जिले के अंतर्गत तेतर जाकर तेतर जलाशय, अर्दन डैम के निर्माणाधीन कार्य की भी जानकारी ली और तेजी से कार्य पूर्ण करने को लेकर अधिकारियों को निर्देश दिये।
मुख्यमंत्री ने गया जिला स्थित अवगिल्ला-मानपुर में निर्माणाधीन जल शोधन संयंत्र के विभिन्न अवयवों एवं जल भंडारण हेतु टैंक का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान जल शोधन मुख्यमंत्री ने प्रक्रिया और गया तथा बोधगया के लिए जलापूर्ति योजना की जानकारी ली।अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि जलापूर्ति योजना के अंगर्गत लोगों को शुद्ध पेयजल की आपूर्ति हो इसको आकलन ठीक से कर लें। शहरों की बढ़ती जनसंख्या को ध्यान में रखते हुए योजना पर काम करें।
मुख्यमंत्री ने सीताकुंड जाकर प्रस्तावित सस्पेंशन ब्रीज स्थल का भ्रमण कर निरीक्षण किया। इसके निर्माण को लेकर मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये।इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने विष्णुपद मंदिर के पास निर्माणाधीन रबर डैम की जानकारी ली।उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि फल्गू नदी में प्रवाहित होने से पहले शहर के गंदे पानी को सीवेज ट्रिटमेंट प्लांट के माध्यम से स्वच्छ करने की व्यवस्था करें ताकि लोगों को सहुलियत हो।