अब पांच हजार रुपये मासिक पाने वालों को 7.5 हजार रुपये और 10 हजार पाने वालों को 15 हजार रुपये मासिक मिलेंगे
रोहतास दर्शन न्यूज़ नेटवर्क : 12 अक्टूबर 2021 : पटना। बिहार में एक दशक से चालू जेपी पेंशन योजना का कांग्रेस ने विरोध किया है। वहीं पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने जेपी सम्मान पेंशन राशि में सम्मानजनक वृद्धि के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को धन्यवाद दिया है।श्री मोदी ने कहा कि जेपी सेनानी सम्मान पेंशन योजना की दोनों श्रेणियों के कुल 2681 सुपात्रों की पेंशन राशि में वृद्धि करने होगी।अब पांच हजार रुपये मासिक पाने वालों को 7.5 हजार रुपये और 10 हजार पाने वालों को 15 हजार रुपये मासिक मिलेंगे। बिहार पहला राज्य है, जिसने 2009-10 में जेपी सेनानियों के लिए सम्मान पेंशन शुरू की। श्री मोदी ने कहा कि बिहार 1974 के ऐतिहासिक जेपी आंदोलन का एपिक सेंटर था और यहीं के युवाओं ने इसमें सबसे ज्यादा बड़ी भूमिका निभायी। इनके योगदान को राजकीय प्रतिष्ठा देने के लिए एनडीए सरकार ने पहले साल पेंशन मद में 1.31 करोड़ रुपये खर्च किये थे वहीं 2020-21 में 23.90 करोड़ खर्च किये गए।सम्मान पेंशन राशि में सरकार ने छह साल बाद दूसरी बार वृद्धि की है। अब तक इस योजना पर कुल 193.77 करोड़ रुपये खर्च हुए। श्री मोदी ने कहा कि राज्य सरकार ने सेनानियों की विधवा का भी ख्याल रखा। 182 ऐसी बुजुर्ग महिलाओं को वही पेंशन राशि दी जा रही है, जो उनके सेनानी पति को मिलती थी। इस मामले में पति के बाद विधवा की पेंशन आधी नहीं की गई है। सरकार सेनानी परिवार के प्रति संवेदनशील रही।
पेंशन की राशि मे बढ़ोतरी घोर अनुचित और सरकारी धन का दुरुपयोग
उधर,कांग्रेस के विधान पार्षद प्रेमचंद मिश्रा ने जेपी सेनानियों के मिलनेवाली पेंशन की राशि मे बढ़ोतरी को घोर अनुचित बताते हुए इसे सरकारी धन का दुरुपयोग कहा और मांग किया कि इस तरह की योजना को अविलम्ब समाप्त करना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह आंदोलन कांग्रेस सरकार के विरुद्ध चलाया गया। यह राजनैतिक महत्वाकांक्षा से प्रेरित आंदोलन था। जिसमें भाग लेने या जेल गए राजीतिक कार्यकर्ताओं को हज़ारों रुपया बतौर पेंशन देना सरेआम सरकारी खजाने का अपने समर्थकों में बांटना एक प्रकार से ना सिर्फ धन का दुरुपयोग बल्कि एक गलत परंपरा जैसा है, जिसे तत्काल वापस लेना चाहिए। उन्होंने पूछा कि 45 साल पहले के आंदोलनकारी को आखिर कब तक सरकारी खजाने से पैसा दिया जाता रहेगा? उन्होंने कहा कि जब गरीबो, विकलांगों, महिलाओं, वृद्धजनों को प्रतिमाह मात्र 400 रुपये मिलने वाली पेंशन को बढ़ाने की मांग की जाती है तो मुख्यमंत्री पैसे की कमी बता कर मना कर देते हैं। लेकिन जेपी सेनानियों के नाम पर अपने समर्थकों को प्रतिमाह 5 हज़ार से बढ़ाकर 7500 रुपये पेंशन के लिए पैसा है अपने आप मे कई सवाल खड़ा करता है।