देशभर के रामभक्तों का आकर्षण का केंद्र बना अयोध्या में महावीर मंदिर का राम रसोई -पूर्व विधायक सतीश कुमार  

आर० डी० न्यूज़ नेटवर्क : 29 जनवरी 2022 : पटना। बिहार में सद्गुरू कबीर के समृद्ध विरासतों के संरक्षण एवं संबर्द्धन हेतु आचार्य गद्दी कबीरपंथी मठ फतुहा के आचार्य महंत बृजेश मुनि महाराज ने केंद्रीय पर्यावरण एवं श्रम मंत्री मंत्री भूपेंद्र यादव जी से  प्रस्ताव रखा की सर्वाधिक कबीर मठों एवं कबीर पंथियों वाले बिहार राज्य में सद्गुरू कबीर की समृद्ध विरासत वर्तमान में संरक्षण एवं संबर्द्धन के अभाव में लुप्त प्राय है। अधिकांश मठ विवादों से उलझा हुआ है। बिहार में सद्गुरू का चार आचार्य गद्दी, फतुहाँ, विदुपुर, धनौती, तुर्की में है। कबीर सर्किट के रूप में विकास की परिकल्पना की गयी है जिसमें कबीर पुस्तकालय सह वाचनालय, कबीर संग्रहालय एवं शोध संस्थान, कबीर अतिथिशाला एवं संत निवास आदि विकसित करने की योजना है।आचार्य कबीर पीठ फतुहाँ के अधीन सर्वाधिक मठों में सद्गुरू कबीर की विरासत बिखरी हुई हैं। जिसे संरक्षित संवर्द्धित करना आवश्यक है। मध्यकालीन संतों में गुरूनानाक देव जी भी पटना से राजगीर जाने के क्रम में फतुहाँ कबीर पीठ आये थे जहाँ उनकी निशानी आज भी नानक कुआँ के रूप में सिक्ख पर्यटकों का आकर्षण है।सद्गुरु कबीर के समृद्ध विरासतों के हित में की गयी परिकल्पना को साकार करने के लिए कम से कम 25,00,000,00/- (पच्चीस करोड़ रूपये) की योजना राशि अपेक्षित है।  बिहार में स्थित सद्गुरू कबीर साहेब की लोक कल्याणकारी विरासतों के संरक्षण एवं संवर्द्धन के लिए उक्त योजनाओं की स्वीकृति हेतु कृपा पूर्वक विचार की जाय, ताकि लोकहित में परिकल्पना को साकार करने का अवसर मिले। इस तरह का का प्रस्ताव  महंत ब्रजेश मुनि महाराज ने  माननीय मंत्री महोदय जी के पास प्रस्ताव रखा।

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