आर० डी० न्यूज़ नेटवर्क : 07 अगस्त 2022 : पटना : बिहार में जदयू के पूर्व राष्ट्रिय अध्यक्ष रामचंद्र प्रसाद सिंह के इस्तीफे के बाद जदयू हमलावर हो गई है। वर्तमान राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा कि पूर्व राष्ट्रिय अध्यक्ष रामचंद्र प्रसाद सिंह बगैर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सहमति के केंद्रीय कैबिनेट में शामिल हो गए थे। चिराग पासवान की ही तरह जदयू के खिलाफ एक साजिश चल रही थी, जिसका खुलासा वक्त आने पर करेंगे। गठबंधन पर उन्होंने कहा कि आज हैं कल किसका भरोसा।
बिहार के शिक्षा मंत्री और जदयू के कद्दावर नेता विजय कुमार चौधरी ने साफ कर दिया कि जदयू केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल नहीं होने वाली है। विजय चौधरी ने साफ किया कि जदयू को केंद्र में उचित सम्मान नहीं मिला। दो मंत्री पद मांगे गए थे। लेकिन प्रस्ताव को ठुकरा दिया गया था। ऐसे में केंद्र की सरकार में जदयू का कोई प्रतिनिधि नहीं रहेगा। ये बातें तब सामने आई जब जदयू ने ऑपरेशन आर० सी० पी० चलाया था।
मुख्यमंत्री नितीश ने बनाई दूरी
सूत्रों के अनुसार नीतीश कुमार लगातार भाजपा के रवैया से नाराज चल रहे हैं। इसकी शुरुआत तो काफी पहले हो गई थी। लेकिन, जोर उस समय पकड़ा जब विधानसभा भवन के शताब्दी वर्ष समारोह के समापन समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पटना आए थे। बिहार सरकार के खर्चे पर किए गए इस कार्यक्रम में नीतीश कुमार की फोटो कहीं नहीं लगाई गई थी। भाजपा कोटे से विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा और नरेंद्र मोदी ही तस्वीरों में दिखे। इसी समारोह में जो पुस्तिका का लोकार्पण किया गया, उसमें भी मुख्यमंत्री नितीश कुमार का फोटो नहीं लगाया गया। ऐसे कई मौके आए जब नीतीश कुमार को दिल्ली जाना था। लेकिन वे नहीं गए। राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति चुनाव में जदयू ने एन० डी० ए० का समर्थन किया है। लेकिन, नीतीश कुमार की दूरी कुछ और कहानी बयां कर रही है। पहला मौका उस समय आया जब गृह मंत्री अमित शाह ने सभी एन० डी० ए० शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों को तिरंगा झंडा फहराने के लिए दिल्ली बुलाया था, लेकिन वे नहीं गए।
कई मौके पर दिल्ली से बनाई दूरी
दूसरा मौका तब आया जब पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के विदाई समारोह में नीतीश कुमार को निमंत्रण दिया गया था, लेकिन वो नहीं गए। उसी तरह नई राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के शपथ ग्रहण समारोह में भी नीतीश कुमार ने अपनी दूरी बनाए रखी।
नीति आयोग की बैठक में भी नहीं जाएंगे
रविवार को होने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में नीति आयोग की बैठक होनी है। इस बैठक में नियम के मुताबिक मुख्यमंत्री को शामिल होना होता है, लेकिन बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस बैठक में शामिल नहीं हो रहे हैं। उन्होंने अपनी तरफ से उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद का नाम भेज दिया है। अब विजय चौधरी के इस बयान से यह साफ़ गो गया है कि केंद्रीय मंत्रिमंडल में जदयू शामिल नहीं होगा तो आगे की तस्वीर अगले कुछ दिन में साफ हो जाएगी।