जनता दल यूनाइटेड (जदयू) ने अपने पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और हाल तक केंद्रीय मंत्री रहे रामचंद्र प्रसाद सिंह पर बेहिसाब संपत्ति और अनियमितताओं के आरोप लगाते हुए उन्हें कारण बताओ नोटिस भेजा है.
आर० डी० न्यूज़ नेटवर्क : 06 अगस्त 2022 : पटना : आरसीपी सिंह पर उनकी ही पार्टी ने आरोप लगाया है कि जदयू में रहते हुए उन्होंने साल 2011 से 2022 के बीच करोड़ों रुपए की बेहिसाब संपत्ति अर्जित की है. इसे लेकर जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने बताया है कि पार्टी ने आरसीपी सिंह को नोटिस भेजकर बेहिसाब संपत्तियों पर उनसे जवाब मांगा है.
उपेंद्र कुशवाहा ने मीडिया को बताया, “हमारी पार्टी भ्रष्टाचार के मामले में जीरो टॉलरेंस की नीति पर चलती है. ऐसी स्थिति में पार्टी और सरकार से जुड़े हुए किसी व्यक्ति के बारे में अगर किसी भी स्रोत से जानकारी आई है, तो स्वाभाविक रूप से पार्टी का ये दायित्व बनता है कि वो उस व्यक्ति से पूछे कि स्रोतों से मिली सूचना पर आपका क्या कहना है.” उन्होंने कहा, “इस सूचना की जानकारी संबंधित व्यक्ति को दे दी गई है. अब उनकी ओर से क्या कहा जाता है, क्या सफाई दी जाती है या नहीं दी जाती है, इस पर पार्टी का अगला कदम निर्भर करेगा. तब तक आप लोगों को इंतजार करना चाहिए.”
आरसीपी पार्टी को नहीं देंगे जवाब
जेडीयू की ओर से जारी ‘कारण बताओ’ नोटिस का जवाब देने के सवाल पर उनके समर्थक नेता ने दावा किया है कि वे इन लोगों के सामने तो अपना जवाब नहीं रखेंगे. उन्होंने कहा, “ये लोग कौन होते हैं जिनके सामने वे अपना जवाब रखेंगे? पार्टी को तो पहले चाहिए था न कि उनसे इन आरोपों पर फोन से या मिलकर जवाब मांग लेते, लेकिन बिना उनका पक्ष जाने मीडिया के जरिए मामले को उठाया गया. उनसे कुछ भी नहीं पूछा गया.” हालांकि उन्होंने यह ज़रूर कहा कि यदि कोई सरकारी एजेंसी उनसे इस बारे में पूछताछ करेगी तो आरसीपी सिंह अपना पक्ष रखेंगे. जीतेंद्र नीरज का दावा है कि ये सब कुछ नेताओं की पार्टी को कमजोर करने, उस पर कब्जा करने और उन्हें पार्टी से निकालने की सोची समझी साजिश है. लेकिन वे जब तक पार्टी में हैं लोग आंतरिक लोकतंत्र की लड़ाई लड़ते रहेंगे.