रोहतास दर्शन न्यूज़ नेटवर्क : 27 अप्रैल 2021 : सासाराम । कोरोना के दूसरे स्ट्रेन में सबसे अधिक प्रभावित जिले की युवा पीढ़ी है। साथ ही उसी के अनुपात में रिकवरी रेट भी है। लगभग साठ से सत्तर फीसद लोग कोरोना को मात दे ठीक भी हो रहे हैं। पिछले साल कोरोना का संक्रमण जहां बुजुर्गों को अपनी चपेट में ले रहा था। वहीं इस बार कोरोना ने युवाओं को संक्रमित करना शुरू कर दिया है। अबतक के प्राप्त आंकड़ों के मुताबिक सबसे अधिक 21 से 30 वर्ष उम्र के युवा कोरोना पीड़ित पाए गए हैं। वहीं इस संक्रमण का शिकार होने वालों में बुजुर्ग सबसे निचले पायदान पर हैं। दूसरे लहर में जिले में अभीतक कोरोना के 1968 संक्रमित मरीज मिले हैं। जबकी इससे मरने वालों की कुल संख्या 107 हो गई है।सदर अस्पताल में लैब की ब्यवस्था नहीं होने से सैम्पल को जांच के लिए एनएमसीएच जमुहार भेजा जाता है। जहां से रिपोर्ट आने में दो से तीन दिन लग जाते हैं।

एक दिन पूर्व 24 घंटे में 208 संक्रमित मरीज मिले….

यह आंकड़े डराने वाले हैं। लेकिन शहर से लेकर गांवों तक में लोगों के बीच कोरोना को लेकर कोई डर दिखाई नहीं देता। प्रशासन की तमाम कोशिशों के बावजूद ना तो लोग मास्क पहनने के प्रति गंभीर दिखाई दे रहे हैं और ना ही उचित शारीरिक दूरी का पालन कर रहे हैं।

क्या कहते है स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी….

स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की मानें तो जांच के लिए आने वाले साठ फीसद संक्रमित व्यक्ति लक्षण रहित हैं। वे या तो अपनी लापरवाही से कोरोना के चपेट में आये हैं या फिर किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क संक्रमित हुए हैं। जबकि बुजुर्ग या अधेड़ उम्र के लोग इस बार खासे सावधान हैं ।भीड़ भाड़ वाले स्थान पर जाने से परहेज और साफ सफाई पर खासा ध्यान देना कम संक्रमित होने का भी मुख्य कारण हो सकता है। डॉक्टरों का कहना है कि लॉक डाउन या अन्य कारणों से लोग दूसरे शहरों से ट्रेन या बसों से वापस आ रहे हैं। ऐसे में भी संक्रमित होने का खतरा बना रहता है।मास्क पहननें व लगातार साबुन से हाथ धोने में लापरवाही और भीड़ में रहने की प्रवृत्ति लोगों को अधिक संक्रमित कर रही है।

क्या कहते है सिविल सर्जन

सिविल सर्जन डॉ सुधीर कुमार कहते हैं कोरोना के सबसे अधिक 21 से 30 वर्ष के लोग अधिक संक्रमित हो रहे हैं। कारण ये भी हो सकता है कि इन्हें काम के सिलसिले में अधिक समय बाहर रहना पड़ता है। कुछ लोगों में लक्षण नहीं दिखते फिर भी जांच में पॉजिटिव पाए जाते हैं। ऐसे लोगों को अधिक सावधान रहने की आवश्यकता है। जो कहीं बाहर से ट्रेवल कर के आते हैं उन्हें अपनी जांच अवश्य करा लेनी चाहिए।

आयुवर्गवार कोरोना पीड़ित मरीज

  • 11 से 20 वर्ष आयु वर्ग के – 210 मरीज
  • 21 से 30 वर्ष आयु वर्ग के – 580 मरीज
  • 31 से 40 वर्ष आयु वर्ग के – 467 मरीज
  • 41 से 50 वर्ष आयु वर्ग के – 310 मरीज
  • 51 से 60 वर्ष आयु वर्ग के – 190 मरीज
  • 61 से 70 वर्ष आयु वर्ग के – 150 मरीज
  • 71 से 80 वर्ष आयु वर्ग के – 61 मरीज

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