प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को गंगा एक्सप्रेस-वे का किया शिलान्यास
आर० डी० न्यूज़ नेटवर्क : 18 दिसंबर 2021 : उत्तर प्रदेश : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को गंगा एक्सप्रेस-वे का शिलान्यास किया। यह एक्सप्रेस-वे 594 किलोमीटर लंबा और छह लेन का होगा जिसे 36,200 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से निर्मित किया जाएगा। यूपी के शाहजहांपुर रोजा रेलवे ग्राउंड आयोजित समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि यह एक्सप्रेस वे किसानों और नौजवानों के लिए वरदान साबित होगा। इस दौरान उन्होंने विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए कहा कि पहले शाम होते ही सड़कों पर कट्टे लहराए जाते थे। मुख्यमंत्री अब माफिया के अवैध निर्माणों पर बुलडोजर चलवा रहे हैं।
पहले व्यापारी, कारोबारी घर से सुबह निकलता था तो परिवार को चिंता होती थी, गरीब परिवार दूसरे राज्य काम करने जाते थे तो घर और जमीन पर अवैध कब्जे की चिंता होती थी। कब कहां दंगा हो जाएं, कोई नहीं कह सकता था। बीते साढ़े 4 साल में योगी जी की सरकार ने स्थिति को सुधारने के लिए बहुत परिश्रम किया है। इसीलिए आज यूपी की जनता कह रही है- यूपी + योगी, बहुत है उपयोगी।
गंगा एक्सप्रेस-वे उत्तर प्रदेश के पूर्वी क्षेत्र को पश्चिमी क्षेत्र से जोड़ेगा। गंगा एक्सप्रेस-वे को दिसंबर 2024 तक बनकर तैयार होने का अनुमान है। उस समय तक यह सबसे लंबे एक्सप्रेस-वे के मामले में देश के सबसे लंबे एक्सप्रेस-वे में छठे नंबर पर होगा, क्योंकि देश में इस समय गंगा एक्सप्रेस-वे से लंबे पांच एक्सप्रेस-वे बनकर तैयार हो रहे हैं। मेरठ से प्रयागराज तक 594 किलोमीटर लंबे पहले चरण के निर्माण को 2024 तक पूर करने का लक्ष्य रखा गया है।उत्तर प्रदेश के 12 जिलों- मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ और प्रयागराज, से होकर गुजरेगा। इन 12 जिलों के 500 से अधिक गांवों को भी जोड़ेगा।एक्सप्रेस-वे में सात ओवरब्रिज, 17 इंटरचेंज रोड, 14 बड़े पुल, 126 छोटे पुल, 28 फ्लाईओवर, 50 वाहन अंडरपास और 946 पुलिया होंगी।
गंगा एक्सप्रेस-वे परियोजना के लिए आवश्यक 7386 हेक्टेयर भूमि में से 83 हजार किसानों से करीब 94 फीसदी जमीन खरीदी जा चुकी है। गंगा एक्सप्रेस-वे का निर्माण अडानी इंटरप्राइजेज और IRB इंफ्रास्ट्रक्टर डेवलपर्स करेंगे। हाल ही में एक बिडिंग प्रक्रिया के जरिए इन दोनों कंपनियों का चयन हुआ है।