आर० डी० न्यूज़ नेटवर्क : 01 जुलाई 2022 : मुंबई : महाराष्ट्र को गुरुवार को नई सरकार मिल गई। उद्धव ठाकरे को सत्ता से पैदल कर एकनाथ शिंदे मुख्ममंत्री बनाए गए और भाजपा के देवेंद्र फडणवीस डिप्टी सीएम बने। फडणवीस इससे पहले पिछली भाजपा शिवसेना की गठबंधन सरकार में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। महाराष्ट्र की नई सरकार में फडणवीस के आसानी से उप मुख्यमंत्री पद स्वीकार कर लेने पर हर कोई हैरान हैं वहीं अब विपक्षी नेता और एनसपी प्रमुख ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी है।
शरद पवार ने कहा
मुझे नहीं लगता कि देवेंद्र फडणवीस जिन्होंने महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री का नंबर दो का पद खुशी-खुशी स्वीकार किया है। पवार ने कहा यह उनके चेहरे पर देखा जा सकता है, लेकिन वह नागपुर में रहते थे। यह एक स्वयंसेवक (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के) के रूप में उनका लोकाचार है, इसलिए उन्होंने यह पद स्वीकार कर लिया। नागपुर भाजपा के वैचारिक गुरु आरएसएस का मुख्यालय है।
फडणवीस ने खुद शिंदे के सीएम बनने का ऐलान किया था
बता दें गुरुवार को जब ये माना जा रहा था कि फडणवीस महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे तभी महाराष्ट्र की राजनीति में नया ट्टविस्ट आया और फडणवीस ने सामने आकर खुद से ऐलान कर दिया कि शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे महाराष्ट्र के अगले मुख्यमंत्री होंगे। उन्होंने कहा कि वह सरकार का हिस्सा नहीं होंगे, लेकिन बाहर से इसका समर्थन करेंगे। एक सप्ताह से अधिक समय से चल रही चर्चा को धता बताते हुए कि वह अगली सरकार का नेतृत्व करेंगे।
आदेशों का पालन करते हुए दो बार सीएम रहे फडणवीस बन गए डिप्टी सीएम
वहीं इस ऐलान के ठीक तीन घंटे बाद दो बार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रहे फडणवीस को शिंदे के साथ-साथ उनके डिप्टी के रूप में शपथ लेते देखा गया। माना जा रहा है कि डिप्टी सीएम के पद के लिए उनकी स्वीकृति अंतिम समय में थी। एक अतिरिक्त कुर्सी लाई गई ताकि वह राजभवन में शपथ समारोह के लिए शिंदे के साथ मंच पर शामिल हो सकें। डिप्टी सीएम का पद स्वीकार करके फडणवीस ने यह स्पष्ट कर दिया था कि वह केवल आदेशों का पालन कर रहे थे।