रोहतास दर्शन न्यूज़ नेटवर्क : 22 जुलाई 2021 : मढ़ौरा : जम्मू एवं कश्मीर में आतंकी घटनाओं को अंजाम देने वाले आतंकी संगठन लश्करे तैयबा व लश्करे मुस्तफा के लिये हथियारों की सप्लाई करने वाले आतंकी को न्यायालय ने जम्मू ले जाने के लिए 4 दिनों का ट्रांजिट रिमांड का आदेश दिया है । मढ़ौरा थाना क्षेत्र के देव बहुआरा निवासी मोहम्मद नियामुद्दीन मिया के पुत्र मोहम्मद अरमान अली को 6 दिनों के ट्रांजिट रिमांड के लिये सीजेएम न्यायालय में आवेदन दिया।
अभियुक्त अरमान अली उर्फ अरमान मंसूरी को विशेष एनआईए जम्मू न्यायालय में प्रस्तुत करने के लिए 6 दिनों का ट्रांजिट रिमांड की अनुमति दी जाये। प्रभारी सीजेएम ने आवेदन के साथ ही गिरफ्तारी से सम्बंधित अन्य सभी कागजातों का अवलोकन किया । न्यायिक पदाधिकारी ने कागजातों के अवलोकन के उपरांत गिरफ्तार अभियुक्त को 4 दिनों के ट्रांजिट रिमांड पर भेजे जाने का आदेश दिया । एनआईए के इंस्पेक्टर द्वारा कोर्ट में प्रस्तुत कागजात के अनुसार अरमान को 22 जुलाई को मढ़ौरा के देव बहुआरा गांव से गिरफ्तार किया गया है। इंस्पेक्टर के अनुसार अरमान लश्करे तैयबा के फ्रंट संगठन लश्करे मुस्तफा के सदस्यों जान मोहम्मद तेली , मुदाबीर मंजूर, और मुस्ताक आलम के लिए हथियार सप्लाई का काम करता है। उपरोक्त सभी के अलावे जम्मूकश्मीर के शोपियां निवासी अब्दुल हमीद मल्लिक के पुत्र हिदायतुल्लाह मल्लिक के विरुद्ध जम्मू के गंग्याल थाना में 2 मार्च 2021 को केश नम्बर 01/21 में प्राथमिकी दर्ज की गई थी। उसी मामले में अरमान अली की गिरफ्तारी की गई है। जिसे जम्मू एनआईए अपने साथ ले गयी। ज्ञात हो कि पूर्व में भी 16 फरवरी को इसी गांव से अवकाश प्राप्त शिक्षक महफूज अंसारी के पुत्र जावेद की गिरफ्तारी हो चुकी है।
बताते चले कि जिले के नगरा थाना क्षेत्र के अफौर गांव निवासी बेदार बख्त उर्फ धन्नू राजा को एनआइए ने तीन फरवरी 2017 को गिरफ्तार किया था। उसकी गिरफ्तारी गोपालगंज जिले के जादोपुर चौक स्थित उसके मामा के घर से की गई थी। एनआइए ने आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के एजेंट के रूप में उसकी पहचान की थी। चार वर्ष बाद 16 फरवरी 21 को फिर नगरा प्रखंड से सटे मढौरा थाना क्षेत्र के देवबहुआरा गांव के जावेद की गिरफ्तारी से लोग चौंक गए हैं। जावेद द्वारा आतंकी संगठन को हथियार की आपूर्ति की बात सामने आई है। उससे जुड़े कई लोगों को सुरक्षा एजेंसियों ने निशाने पर लिया है।जावेद की गिरफ्तारी के बाद जिले के कई स्थानों पर छापेमारी की जा रही है। सुरक्षा एजेंसी उनका पता लगा रही है, जिनके द्वारा जावेद को हथियार की आपूर्ति की जाती थी।