-अररिया एसपी ने प्रेस वार्ता कर दी जानकारी,कहा फरार अभियुक्त की गिरफ्तारी के लिये छापेमारी जारी
-विधवा महिला की हत्या की गुत्थी सुलझी, एक अभियुक्त गिरफ्तार, दो देवर फरार
आर० डी० न्यूज़ नेटवर्क : 27 जून 2022 : अररिया : सिकटी थाना क्षेत्र के पड़रिया पंचायत स्थित सिंधियां गांव के वार्ड संख्या 03 में 20 जून सोमवार की रात भूमि विवाद व रेलवे अधिग्रहण में मिले मुआवजा को हड़पने के नियत से एक विधवा महिला की हत्या कर दी गई थी.जिसको लेकर मृतिका की मां ने सिकटी थाना में चार लोगों के विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई थी.जिसमे एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया गया है.ये जानकारी शनिवार को कार्यालय कक्ष में एसपी अशोक कुमार सिंह ने प्रेस वार्ता आयोजित कर ये जानकारी दिया.जानकारी देते एसपी ने बताया की 20 जून की रात्रि सिकटी थाना क्षेत्र अंतर्गत सिंधिया वार्ड संख्या 03 निवासी संजना खातून पति स्व.एखलाक की हत्या मुआवजा के रूप में रेलवे से मिले रूपये हड़पने को लेकर तीन व्यक्ति मिलकर उसका हाथ पैर बांधकर गला दबाकर हत्या कर दिया था।हत्या में शामिल व्यक्ति की गिरफ्तारी को लेकर एसपी के निर्देश पर एसडीपीओ पुष्कर कुमार के नेतृत्व में एक टीम गठित की गयी।जिसमे सिकटी थाना अध्यक्ष हरेश तिवारी, पूअनी अगम लाल पांडे व प्रापूअनी पूजा कुमारी को शामिल किया गया.गठित टीम व टेक्निकल टीम द्वारा अनुसंधान के क्रम में हत्या में शामिल तीन व्यक्ति का पहचान किया गया.जिसमे पलासी थाना क्षेत्र के पिपरा बिजवार पंचायत निवासी आरिफ पिता-खुर्शीद आलम,अफसर पिता-सुल्तान व परवेज पिता-हासिम दोनों सिकटी थाना क्षेत्र के सिंधिया गांव निवासी ने योजना बनाकर जमीन व रेलवे के द्वारा मिले मुआवजा हड़पने को लेकर उसकी हत्या किया था।मालूम हो की इन तीनो में गिरफ्तार अभियुक्त आरिफ ने हत्या में शामिल होने की बात स्वीकार करते हुए कहा कि हम हरियाणा मे मजदूरी का काम करते है.जहां से 19 जून को अररिया आए व दो दिन मृतिका के घर ही रहे थे।इसी क्रम में तीनो मिलकर योजना बना कर हत्या कर दिया.हत्या में प्रयोग औजार व रस्सी बरामद किया ।जिसको लेकर मृतिका की मां रोशन खातून ने सिकटी थाना में आवेदन दी थी।जिसे सिकटी थाना कांड संख्या 159/22 के तहत मामला दर्ज कर लिया गया था.जिसमे एक की गिरफ्तारी हुई व दो फरार चल रहा है।जिसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापामारी कर रही है। इस घटना को लेकर मृतका की माँ रौशन ने सिकटी थाना कांड स0 159/22 में आवेदन में चार लोगों को नामजद आरोपी बनाते हुए कांड दर्ज कराया था।