आर० डी० न्यूज़ नेटवर्क : 07 दिसंबर 2021 : सीवान। शराबबंदी को सफल बनाने के लिए किसी भी स्तर पर जाने के नीतीश सरकार के फैसले के बाद अब इस कारोबार से जुड़े बड़ी मछलियों पर भी शामत आ रही है। सितंबर में ट्रक में छुपाकर शराब लाये जाने के मामले में दर्ज प्राथमिकी में मैरवा पुलिस को आखिरकार मंगलवार की सुबह कामयाबी हाथ लगी जब चर्चित शराब कारोबारी को गिरफ्तार कर लिया। मैरवा पुलिस ने मुफस्सिल थाने के सहयोग से मंगलवार की सुबह बरहन गोपाल से सीवान सेंट्रल कोआपरेटिव बैंक के चेयरमैन रामायण चौधरी को गिरफ्तार किया। रामायण चौधरी की गिरफ्तारी से राजनैतिक गलियारे में हलचल मच गई। गिरफ्तारी की सूचना पर दर्जनों की संख्या में उनके समर्थक उनसे मिलने मैरवा थाने चले आए। पुलिस एक तरफ इसे जहां शराब के मामले में बड़ी कार्रवाई मान रही है वहीं दूसरी तरफ रामायन चौधरी उसे राजनैतिक साजिश बताते दिखे। थानाध्यक्ष संजीव कुमार ने बताया कि 23 सितंबर को पौने 12 बजे मैरवा पुलिस ने मैरवा के धारनी छापर चेकपोस्ट से एक मिनी ट्रक तथा एक हुंडई कार से भारी मात्रा में शराब बरामद किया था। वहीं पुलिस ने 6 लोगों को गिरफ्तार किया था। कार से गिरफ्तार किया गए लोगों में दिल्ली के रोहिल्ला के सुरक्षा बिहार निवासी शिवकुमार तथा जीबी नगर के विक्रमा यादव तथा ट्रक से पकड़े गए लोगों में जीबी नगर के चांदपुर निवासी राजकिशोर यादव, गोरेया कोठी के जलपुरवा निवासी उमेश कुमार यादव, अरविंद कुमार यादव तथा पटना के बेलहीं थाना के बाघटिला निवासी उदय कुमार को गिरफ्तार किया था। पूछताछ में इन लोगों ने बताया था कि हरियाणा से कम दाम में शराब उठाकर सिवान के बरहन निवासी रामायण चौधरी को पहुचाते है। पुलिस पकड़े गए तस्करों के बयान पर शराब तस्करी के मामले रामायण चौधरी को भी प्राथमिक अभियुक्त बनाते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई थी। जिसके बाद अब रामायण चौधरी को गिरफ्तार कर लिया गया है। गिरफ्तारी के बाद रामायण चौधरी की मेडिकल जांच और कोरोना जांच कराकर कोर्ट में पेश किया जाएगा और फिर जेल भेजा जाएगा। हालांकि सितंबर में दर्ज प्राथमिकी में पुलिस ने दिसंबर में गिरफ्तारी की है ये भी कई सवाल खड़े करता है। थानाध्यक्ष संजीव कुमार की माने तो गिरफ्तारी का प्रयास पुलिस कर रही थी।ज्ञात हो कि कोआपरेटिव बैंक के अध्यक्ष रामायण चौधरी पर पहले भी मामले दर्ज है।