सासाराम : जनमानस को गुणवत्तापूर्ण एवं खुशनुमा वातावरण में टीकाकरण की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने नयी रणनीति बनायी है. इसके तहत जिले के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में संचालित स्थायी टीकाकरण केंद्र को मॉडल टीकाकरण केंद्र के रूप में विकसित किया जाएगा. इसके लिए विगत दिनों राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक ने सिविल सर्जन को पत्र जारी कर इस सन्दर्भ में आवश्यक दिशा-निर्देश दिए थे. जारी पत्र में बताया गया कि प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में स्थायी नियमित टीकाकरण केंद्र के कमरे अथवा हॉल को मॉडल टीकाकरण केंद्र के रूप में विकसित किया जायेगा. मॉडल टीकाकरण केंद्र के रूप में विकसित करने के लिए प्रति मॉडल टीकाकरण केंद्र के लिए 1.50 लाख रुपये की राशी आवंटित की गयी है. फिलहाल, जिला के सात टीकाकरण केन्द्र को विकसित किया जाएगा. इसके लिए जिला को 10 लाख 50 हजार की राशि आवंटित की गयी है.
इस आलोक में सिविल सर्जन डॉ सुधीर ने बताया कि विभाग के कार्यपालक निदेशक के निर्देशानुसार, जिले के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में संचालित स्थायी नियमित टीकाकरण केन्द्र को ‘मॉडल’ टीकाकरण केन्द्र बनाया जाएगा.जिसके तहत केंद्र के कमरे अथवा हॉल को मॉडल टीकाकरण केंद्र के रूप में विकसित किया जायेगा. साथ ही मॉडल टीकाकरण केन्द्र में सभी तरह के जरूरी सेवाऐं उपलब्ध रहेगी. प्रति टीकाकरण केन्द्र को मॉडल में विकसित के लिए 1.50 लाख रुपये खर्च होंगे. हालांकि, वर्तमान में जिले के सात टीकाकरण केन्द्र को मॉडल में विकसीत करना है, इसकी शीघ्र ही सूची तैयार कर संबंधित कार्य शुरू की जाएगी. उन्होंने बताया कि समरूपता बनाये रखने के लिए किये सभी केन्द्रों की दीवार रोबिन ब्लू रंग से रंगा जाएगा. कमरे की सीलिंग में फाल्स सीलिंग एलइडी लाइट के साथ लगाया जाएगा. टीकाकरण से सम्बंधित सामग्रियों को रखने के लिए दो अलमारियों की व्यवस्था होगी. कक्ष के बाहर केंद्र का नाम, स्थान एवं बिहार सरकार और स्वास्थ्य समिति के लोगों के साथ वाली लाइटयुक्त बोर्ड लगाया जाएगा. वायरिंग छुपी हुई और मॉडउलर स्विच एवं बोर्ड लगाया जाएगा. कमरे में एसी लगेगी. टीकाकरण से सम्बंधित जानकारियों वाले विनायल बोर्ड दीवारों पर फिक्स होगा.