रोहतास दर्शन न्यूज़ नेटवर्क : 04 अक्टूबर 2021 : बिक्रमगंज(रोहतास)। कृषि विज्ञान केन्द्र बिक्रमगंज रोहतास द्वारा ग्रामीण युवा एवं युवतियों के तकनीकी संवर्धन हेतु मृदा नमूना संग्रहण एवं परीक्षण विषय पर सात दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया । इस अवसर पर कृषि विज्ञान केन्द्र बिक्रमगंज के वरीय वैज्ञानिक एवं प्रधान आर के जलज ने प्रशिक्षणार्थीयों को मृदा परीक्षण का महत्व बतलाते हुए कहा कि इससे मृदा में उपलब्ध पोषक तत्वों की जानकारी हो जाने से अनावश्यक मात्रा में अंधाधुंध प्रयोग हो रहे रसायनों से बचाव हो जायेगा । साथ ही मृदा गुणवत्ता का ह्रास नहीं होगा एवं फसलों को उचित मात्रा में खाद एवं उर्वरक मिलेगा । इससे किसानों को आर्थिक लाभ भी मिलेगा । इसलिए किसानों को प्रत्येक फसल लगाने से पहले अपने खेतो के मिट्टी जांच कराकर किए गए अनुशंसा के अनुसार उर्वरकों का प्रयोग करना चाहिए । इस अवसर पर मृदा वैज्ञानिक डॉ रामा कान्त सिंह ने प्रशिक्षण में आए युवा एवं युवतियों को मृदा परीक्षण हेतु नमूनों के संग्रहण एवं उसकी तैयारी पर लिए जाने वाले सावधानियों एवं तकनीकों पर जानकारी दी । साथ ही जलवायु अनुकूल खेती करने के लिए मृदा परीक्षण में उपयोग आने वाले यंत्रों के बारे में जानकारी देते हुए उसका दिखा कर चलाने की विधियों के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी । इस प्रशिक्षण में रोहतास जिले के विभिन्न प्रखंडों के 30 कृषक भाग ले रहे हैं । कृषकों में प्रशांत कुमार पाठक, अंकित सिंह, संजीत कुमार, धर्मेंद्र राय, हिमांशु कुमार, लालबाबू सिंह, अखिलेश मौआर सहित अन्य लोग उपस्थित थे ।
इस अवसर पर वीर कुंवर सिंह कृषि महाविद्यालय डुमरांव से आए हुए ग्रामीण कृषि कार्य अनुभव में अध्ययनरत छात्र एवं छात्राओं ने भी प्रशिक्षण में भाग लिया। कार्यक्रम में अभिषेक कौशल, हरेंद्र कुमार , सुबेश कुमार, राकेश कुमार इत्यादि सभी सहकर्मी भी मौजूद रहे।