बिक्रमगंज । लोक आस्था का महापर्व छठपूजा का खरना गुरुवार को छठ व्रतियों के द्वारा अपने अपने छठ पूजा घाटों पर स्नान कर भगवान भास्कर को अर्घ्य प्रदान कर पूजा अर्चना की । व्रतियों ने देव स्थान पर मौजूद सभी देवी देवताओं की पूजा अर्चना कर अपने संतानों एवं सुहाग की स्वास्थ्य की सुरक्षा एवं अचल रहने के लिए व्रतियों ने छठी मईया से आशिर्वाद प्राप्ति की कामना की । व्रतियों में ललिता देवी , फूलवंती देवी , नन्दा देवी , पम्मी देवी , वंदना पांडेय , कमला देवी , सरोज देवी ने बताया कि छठी मईया का व्रत हर मनोकामनाओं को पूरा करने वाला महापर्व है । जो श्रद्धालु सच्चे मन से मां के प्रति पूर्ण आस्था व विश्वास रखता है , छठी मईया एवं भगवान सूर्य उनकी मनोकामना पूर्ण करते है । व्रतियों ने बताया कि खरना में शुद्ध दूध एवं गुड़ से महाप्रसाद तैयार कर साथ में रोटी बनाकर व्रतियों द्वारा भगवान भास्कर को अर्पित कर प्रसाद ग्रहण कर परिवार को खाने के लिए दिया जाता है । व्रतियों ने बताया कि प्रसाद ग्रहण करने के उपरांत चंद्रमा को देखकर खरना व्रत को समापन किया जाता है । खरना व्रत के दिन से ही व्रती पूरे 36 घंटे निर्जला व उपवास रखकर व्रत करती है । व्रती द्वारा अस्ताचल गामी भगवान भास्कर को षष्ठी तिथि शुक्रवार को पहला अर्घ्य प्रदान किया जायेगा । तत्पश्चात शनिवार को उदीयमान सूर्य को अर्घ्य प्रदान कर व्रत का महापारण कर व्रत का समापन किया जाता है ।