बिक्रमगंज । कृषि विज्ञान केंद्र रोहतास (बिक्रमगंज) में कृषि वैज्ञानिकों की कमी किसानों को खलने लगी है । पिछले एक साल के अंदर कृषि विज्ञान केंद्र बिक्रमगंज से कई कृषि वैज्ञानिकों का स्थानांतरण दूसरे स्थानों पर होने से केंद्र में वैज्ञानिकों की कमी खलने लगी है । पिछले एक साल से अभी तक मशरूम विशेषज्ञ डॉ रीता सिंह , सिंचाई अनुसंधान केंद्र से डॉ आसन सिंह , फसल विज्ञान विशेषज्ञ डॉ के के प्रसाद , यांत्रिकी विशेषज्ञ डॉ रामपाल ,मत्स्य विज्ञान विशेषज्ञ डॉ देवेंद्र मंडल , पशु विशेषज्ञ डॉ आलोक भारती , मिट्टी व उर्वरक विशेषज्ञ डॉ रूबी शाहा का स्थानांतरण अन्य जगहों पर होने से किसानों में काफी निराशा देखी जा रही है ।
किसान अपनी समस्याओं को लेकर कृषि विज्ञान केंद्र विशेषज्ञों से कृषि संबंधी सलाह लेते रहते थे , लेकिन आधे दर्जन कृषि वैज्ञानिकों का केवीके बिक्रमगंज से चले जाना किसानों के लिए परेशानी का सबब बन चुका है । किसानों के सामने कृषि संबंधी परामर्श लेने के लिए टोल फ्री नंबर 1800 180 1551 का सहारा लेने के अलावा दूसरा कोई विकल्प नहीं बचा है ।
किसान विजय बहादुर सिंह , विजय सिंह , दीन दयाल सिंह , लालबाबू सिंह , प्रेमचंद कुशवाहा सहित कई किसानों ने बताया कि कृषि विज्ञान केंद्र बिक्रमगंज में वर्तमान में मात्र दो वैज्ञानिक मत्स्य विशेषज्ञ डॉ रविंद्र कुमार जलज व वनस्पति वैज्ञानिक डॉ रतन कुमार रह गए हैं । रिक्त पड़े अन्य विभागों के वैज्ञानिक कब आएंगे इसका सही अंदाजा नहीं मिल रहा है । वही पशुपालक सुरेंद्र सिंह , इंदल सिंह, दिलीप कुमार सहित अन्य का कहना है कि पशु विशेषज्ञ डॉ आलोक भारती के चले जाने से कृषि विज्ञान केंद्र से पशु से संबंधित जानकारी लेना काफी कठिन हो चुका है । सरकार समय रहते सभी विभागीय विशेषज्ञों की पदस्थापना केवीके बिक्रमगंज में नहीं करती है । तो किसानों के सामने कृषि व पशु से संबंधित जानकारी लेना काफी मुश्किल होते जा रहा है ।