रोहतास दर्शन न्यूज़ नेटवर्क : 31 अक्टूबर 2021 : नोखा। प्रखंड क्षेत्र में पंचायत चुनाव के कारण बाजारों की रौनक लौट आई है। दीपावली में बाजार की रौनक तो और भी बढ़ गई है। रौनक बढ़ने के पीछे जानकार पंचायत चुनाव का होना बताने लगे हैं। दरअसल पंचायत प्रतिनिधियों का ग्लैमर लोगों के सर चढ़कर बोलने लगा है। मुखिया पद के लिए आर्थिक रूप से समृद्ध लोग मैदान में आ गए हैं। लाखों रुपए खर्च कर वह किसी हाल में मुखिया बनने को आतुर है। नोखा प्रखंड में 13 पंचायत है। छठवें चरण में मतदान होना है। सभी पद के प्रत्याशी अपने हैसियत से ज्यादा खर्च कर रहे हैं। उसी पैसा का फ्लो बाजार में नजर आ रहा है। एक पंचायत में अमूमन एक करोड़ रुपया से अधिक का खर्च हो रहा है। कहीं-कहीं आंकड़ा दो करोड़ के पार भी हो गया है। मैदान में उतरे प्रत्याशियों के औकात पर निर्भर करता है। मूंछ की लड़ाई में एक-एक प्रत्याशी 50 लाख तक खर्च कर देते हैं। चुनाव आयोग द्वारा खर्च किए जाने की सीमा का उल्लंघन हर प्रत्याशी कर रहे हैं। हालांकि यह सब ऑन रिकॉर्ड नहीं है। लेकिन इस बात का पुख्ता प्रमाण है कि एक-एक प्रत्याशी सिर्फ अपने नामांकन में लाखों रुपए खर्च कर रहा है। एक-एक रोड शो में उनका खर्च 2 से 3 लाख तक का खर्च आ रहा है। अगर एक पंचायत में मुखिया पद के लिए 5 प्रत्याशी, समिति सदस्य के पांच, जिप, वार्ड और सरपंच के प्रत्याशी को देंखें तो 20 से 25 प्रत्याशी किसी भी हाल में एक करोड़ रुपए से कम खर्च नहीं कर रहा है। सरकार द्वारा भी पंचायत चुनाव कराने के लिए सरकारी स्तर पर खर्च किया जा रहा है। हर हाल में इन पैसा किसी न किसी रूप में लोगों के जेब तक पहुंच रहा है। यही कारण है कि कोरोना संक्रमण की मार के बावजूद लोगों के चेहरे खुशी से प्रफुल्लित नजर आ रहे हैं। बाजारों की रौनक बढ़ गई है।