नदी का जमा जल से पसरा बीमारी ।
नौहट्टा – क्षेत्र के कैमूर पहाड़ी पर दुर्गम जंगल में स्थित चुन्हट्टा गांव डायरिया से मलेरिया की ओर बढ गया है। यह बीमारी उनलोगो को ही है जो मजदूरी करने चेनारी के चपरी जंगल मे गए थे। मजदूरों ने बताया कि चेनारी रेंज के वनरक्षी मनीष यादव तथा टाइगर टेकर कमलेश कुमार बोल्डर स्ट्रक्चर तैयार कराने ले गया था जिसमे कई बाल मजदूर भी थे। चपरी जंगल मे रहने व पेयजल की व्यवस्था नही थी सभी पेड़ के नीचे सोते थे तथा चपरी नदी के जमा हुआ जल पीते थे। जमा हुआ जल पीने से सभी का तबीयत खराब हो गया। ट्रैक्टर द्वारा सभी अपने गांव पहुंचे। अधिक तबीयत खराब होने पर कोई भूत झरवाने लगा तो कोई अधौरा भभुआ ईलाज कराने के लिए भाग गया। फूलवंती कुमारी, रवि उरांव व प्रेमशीला की मौत हो गई व वही अधौरा थाना के दुग्घा गांव के नागेंद्र उरांव की भी मौत शनिवार की शाम हो गयी थी। मुखिया श्यामनारायण उरांव के द्वारा सूचना देने पर सीएस सुधीर कुमार व महामारी विशेषज्ञ प्रियमोहन सहाय नौहट्टा पीएचसी के साथ चुन्हट्टा पहुंच कैंप किए। पैंतालीस मजदूरो की मलेरिया पाॅजीटीव रिपोर्ट आया। कीट कम पड़ जाने से अन्य लोगो की जांच नही हो पाई।