नोखा। नोखा विधानसभा क्षेत्र में चुनावी मुद्दा लंबे अरसे से बंद राइस मील बनेगी कई सालों से बंद राइस मिलों को लेकर इलाके की आर्थिक समृद्धि कम हो गई है राइस मील के मालिकों ने सरकार के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करनी शुरू कर दी है। एनडीए के शासनकाल में राइस मिल बंद हुए हैं इसके लिए मिलर और किसान भी सूबे कि एनडीए की सरकार को दोषी मान रहे हैं राइस मिल मालिकों ने राज्य सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है |
विदित हो कि नोखा विधानसभा क्षेत्र जिले में राइस मिलों का गढ़ माना जाता है लेकिन सरकार की नीतियों के कारण कई साल से जिले के अधिकतर मिले बंद है | नोखा की निवर्तमान विधायक अनिता चौधरी से भी मिलकर मुँह फेरने लगे हैं क्यों कि वह भी मिलरों के हित में कोई ठोस कदम नहीं उठाए इन मिलों के बंद होने से हजारों लोग बेरोजगार हो गए हैं राइस मिल के मालिक प्रदीप कुमार गुप्ता, राइस मिल के लक्ष्मण प्रसाद महेंद्र प्रसाद अरविंद,सुनील,शशि,आदि मिलरों ने कहा कि जिले में तकरीबन एक हजार राइस मिले बंद है गौरतलब है कि नोखा में 289522 कुल मतदाता हैं जिसमें 152003 महिलाएं हैं नोखा विधानसभा क्षेत्र से वर्ष 1991 में कांग्रेस के विधायक निर्वाचित हुए थे गुठली सिंह और जंगी चौधरीदो दो बार विधायक बने। विधायक बीजेपी नेता रामेश्वर चौरसिया साल 2000 से लेकर 2015 तक लगातार नोखा के विधायक रहे वर्ष 2015 में अनिता चौधरी विधायक बनी।