रोहतास दर्शन न्यूज़ नेटवर्क : 16 अप्रैल 2021 : दावथ : सुख-समृद्धि तथा संतान की लंबी उम्र व यशस्वी होने की कामना वाला लोक आस्था का महापर्व चैती छठ शुक्रवार को नहाय-खाय के साथ शुरू हो गया। चार दिवसीय सूर्य उपासना के इस पर्व के पहले दिन व्रतधारी महिलाओं ने स्नान आदि के बाद चावल, लौकी तथा चने की दाल खाकर व्रत का शुभारंभ किया। निर्जला व्रत के इस महापर्व के दूसरे दिन खरना के साथ ही 36 घंटे के निर्जला व्रत की शुरुआत होगी। आस्था व विश्वास का यह पर्व चैत्र शुक्ल पक्ष चतुर्थी से आरंभ होकर सप्तमी तक चलता है। श्रद्धा, भक्ति, लोक आस्था व सूर्य उपासना के महापर्व छठ की महिमा अपार है। मान्यता है कि व्रत को करने से जहां असाध्य रोग व दुःख का निवारण होता है। वहीं, अन्य समस्याओं से भी मुक्ति मिलती है। पवित्रता, त्याग व हठयोग की भांति तपस्या वाले इस महापर्व की महिमा जितनी महान है। वहीं, व्रत भी उतना ही कठिन होता है। गरीब-अमीर सभी वर्ग के लोग यह व्रत करते है।