रोहतास दर्शन न्यूज़ नेटवर्क : 04 सितम्बर 2021 : सासाराम (रोहतास) : श्री धन्वंतरी हॉस्पिटल सासाराम में स्वर्णप्राशन का खुराक बच्चों में रोगजक्षमता (इमिनिटी) बनाये रखने के लिए दिया गया। इसका उद्घाटन डॉक्टर धनंजय शर्मा उपाधीक्षक राजकीय आयुर्वेद कॉलेज अस्पताल पटना के द्वारा बच्चों को खुराक देकर किया गया। स्वर्णप्राशन नस्या संस्थान के तरफ से बिहार राज्य की कई शहरों में चलाया जा रहा है। इसका शुभारंभ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के द्वारा एक साथ सासाराम से डॉ धनंजय शर्मा के द्वारा किया गया। स्वर्णप्राशन का प्रयोग 0 से 12 वर्ष के बच्चों के लिए किया जाता है। इसके सेवन कराने से बच्चों में शारीरिक, मानसिक एवं किसी तरह के संक्रमण से एक साथ रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाया जाता है। इसका प्रयोग महीने के हर पुष्पनक्षत्र में कराया जाता है। इसमें मुख्य रूप से स्वर्णभष्म, ब्राह्मणी, घृत एवं शहद का छः घंटे तक मर्दन कर तैयार किया जाता है। बच्चों के उम्र को ध्यान में रखकर अलग-अलग मात्रा में इसका सेवन कराया जाता है। स्वर्णप्राशन आज के दिन में अति आवश्यक हो गया है क्योंकि पूरा विश्व कोरोना महामारी से ग्रसित है एवं कोरोना की तीसरी लहर बच्चों को प्रभावित करने की संभावना सता रहा है। बच्चों में इसका प्रयोग कराने से रोगजक्षमता (इमिनिटी) बनी रहती है। जिससे बच्चों में किसी तरह का संक्रमण जल्द नहीं होता है। अगर होता है तो बहुत प्रभावी नहीं करता क्योंकि बच्चों में इसके खुराक देने से इमिनीटी बनी रहती है। इसका सेवन कम से कम 6 खुराक जरूर देना चाहिए। यह खुराक पूरी तरह से सुरक्षित आयुर्वेदिक औषधि है। जो आयुर्वेद की धरोहर है। वेदों में भी स्वर्णप्राशन का वर्णन है। आयुष मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा इस औषधि को राज्यों को निर्देश दिया गया है कि शहर शहर एवं गांव गांव तक प्रचार प्रसार कर बच्चों को रोगमुक्त करने में सहायक बनाया जाय। श्री धन्वन्तरि हॉस्पिटल सासाराम के निदेशक डॉ दिनेश शर्मा ने कहा कि सवर्णप्राशन प्रत्येक महीने के पुष्पनक्षत्र में अधिक से अधिक बच्चों को नस्या के साथ मिलकर निशुल्क दिया जाएगा। उसकी अगली तिथि 1 अक्टूबर 2021 निर्धारित की गई है।

https://youtu.be/SqMdmzjTA8k

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