दावथ : नये कृषि कानूनो के खिलाफ पंजाब,हरियाणा,युपी,एमपी,गुजरात सहित अन्य राज्यों के किसानो के आंदोलन के समर्थन मे, राज्य के विभिन्न क्षेत्रों मे किसान व बामपंथी दलों ने आंदोलन शुरु कर दिया है।इसी क्रम मे तीन कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली पहुंच रहे व पहुंच चुके किसानो के, समर्थन मे बिहार राज्य किसान सभा के बैनर तले, किसानों ने मलियाबाग मे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला दहन किया। पुतला दहन के बाद किसान नेताओं ने कहा कि नये कृषि कानून किसानो के लिए काला कानून है।सरकार वन नेशन वन मार्केट व कारपोरेट फार्मिंग के तहत किसानो को अपने हीं खेत मे मजदुर बनाना चाहती है।कार्पोरेट के लिए मनमाना भंडारण की सुविधा देना सरकार की मंशा को साफ दर्शाता है। किसान से कम किमत पर अनाज खरीदकर कई गुणा अधिक किमत पर उन्ही किसान व कृषि मजदुरों को बाजार मे बेंंचेगें। किसान को खरीद बिक्री मे उपजे बिबादों का निपटारा एसडीएम व डीसी को हीं करने का अधिकार दिया गया है।किसान न्यायालय नहीं जा सकते।इन काले कानूनो के खिलाफ पंजाब,हरियाणा के किसान नये कानून का बिरोध कानून बनने के समय से हीं कर रहे हैं।जब सरकार ने उनकी मांगों को नहीं सुना तब देश के विभिन्न क्षेत्रों के किसान दिल्ली मे प्रदर्शन के लिए कूच किए।दिल्ली आ रहे किसानो पर सरकार लाठी चलवा रही है,आंसु गैस के गोले दाग रही है ।कड़ाके की ठंड मे पानी की बौछार करा रही हैं।जैसे वे किसान नही बिदेशी आतंकवादी हैं।भाकपा नेता पूर्व प्रमुख रघुनाथ सिंह,भाकपा अंचल सचिल मो.कलामुदीन आदि ने कहा कि एमएसपी की गारंटी करो,जितना किसान अनाज का उत्पादन करे उसकी खरीद की गारंटी करो,एमएसपी तय करते समय किसान प्रतिनिधियों की राय ली जाय व नये कृषि कानून वापस लो,दिल्ली पहुंचे किसानो से बिना शर्त सरकार वार्ता करे।यदि उक्त मांगें नहीं मानी गयी तो बिहार राज्य किसान सभा चरणबद्ध आंदोलन जारी रखेगी।वहीं बिहार से भी किसान दिल्ली के लिए कूच करेगें। मौके पर रामजी सिंह,सुदर्शन राम,विजय विभूति,राजेश यादव आदि लोग उपस्थित थे।