तिलौथू (रोहतास) : तिलौथू प्रखंड भर की शांति समिति की बैठक सोमवार को अमझोर थाना परिसर में आयोजित की गई। इस बैठक की अध्यक्षता डेहरी एसडीएम सुनील कुमार ने की। बैठक में मौजूद डेहरी एसडीपीओ संजय कुमार ने कहा कि छठ पर्व का आयोजन विभिन्न नदियों, तालाबों, पोखरों एवं ताल-तलैयों के किनारे छठ घाट बनाकर किया जाता है। इसमें प्रत्येक परिवार के सभी लोग शामिल होते हैं। इस प्रकार छठ घाट पर भारी भीड़ एकत्रित होती है। कोरोना महामारी को देखते हुए नदियों, ताल-तालाबों और पोखरों में छठ पर्व का आयोजन जीवन क्षति का कारण बन सकता है। छठ पर्व के अवसर पर व्रत के दौरान छठव्रती पानी में खड़े होकर सूर्य भगवान को अर्घ्य देते हैं एवं पानी मे डुबकी लगाते हैं। यह कोविड -19 के संक्रमण का कारण बन सकता है। कोविड-19 के संक्रमण से बचाव के लिए सामाजिक दूरी का अनुपालन अनिवार्य है। इसलिए छठ व्रतियों के लिए अपने घरों पर ही छठ घाट बनाकर छठ व्रत का आयोजन करना श्रेयस्कर होगा।
कोरोना के कारण नदियों अथवा जल स्रोतों के आसपास किसी तरह का दुकान, स्टाल लगाने, बिजली के बल्बों से सजावट करने और सार्वजनिक स्थानों पर पटाखे जलाने पर पूरी तरह से रोक होगी। छठ के अवसर पर संगीत एवं मनोरंजन के सार्वजनिक कार्यक्रमों पर भी पूरी तरह से रोक होगी। अनुमंडलाधिकारी सुनील कुमार ने कहा कि सरकार की ओर से जारी गाइडलाइन के अनुसार लोगों को सार्वजनिक स्थानों पर लोगों को भीड़ और पानी में जाने पर रोक लगाई गई है। इस वर्ष छठ पूजा 17 नवंबर से 21 नवंबर तक है। उन्होंने कहा कि अपने घर पर ही छठ घाट बनाकर छठ पर्व का आयोजन करें। अगर वो भी नहीं तो तालाबों के किनारे जाकर छठ पर्व करें लेकिन सामाजिक दूरी और स्वच्छता का पालन नितांत आवश्यक होगा। बैठक का संचालन अंचलाधिकारी प्रमोद मिश्रा ने किया। बैठक में तिलौथू बीडीओ डॉ मून आरिफ रहमान, इंस्पेक्टर मनोज कुमार, अमझोर थानाध्यक्ष सुरेंद्र पांडेय , सअनि पप्पू प्रसाद सहित कई अन्य मौजूद थे।