डालमियानगर : केन्द्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने मजदूर वर्ग के खिलाफ युद्ध छेड रखी है। सरकार की इस नीति के खिलाफ लगातार संघर्ष किया जाएगा। इसी संघर्ष की कड़ी में संयुक्त ट्रेड यूनियन द्वारा 26 नवंबर को आम हड़ताल किया जा रहा है। उक्त बातें 26 नवंबर को घोषित हड़ताल की सफलता के लिए ईस्ट सेन्ट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन के डेहरी शाखा कार्यालय में आयोजित 12 विभिन्न ट्रेड यूनियनों की बैठक को संबोधित करते हुए हिन्द मजदूर सभा के कद्दावर नेता नागेश्वर सिंह ने कहीं।
इस बैठक में विभिन्न ट्रेड यूनियन के नेताओं ने केन्द्र सरकार के श्रमिक विरोधी नीतियों की जमकर आलोचना करते हुए कहा कि सरकार 44 श्रम कानूनों को समाप्त कर चार श्रम कोड में बदल दिया है। एक तरफ देश में रिकॉर्ड तोड़ बेरोजगारी एवं मंहगाई बढ गई है, तो दूसरी ओर देश के मुट्ठी भर पूंजीपतियों का तिजोरी भरने वाली नीति बनाकर यह सरकार देश की अर्थव्यवस्था को रसातल में पहुंचा दी है। यह सरकार रोजगार के अवसर को ही समाप्त कर रही है। संगठित और असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले मजदूरों के दैनिक मजदूरी बढाने के बजाय मजदूरी दरों में भी कटौती करना प्रारंभ कर दिया है।
बैठक में ईसीआरकेयू के केंद्रीय सहायक महामंत्री रमेश चंद्रा, एस पी सिंह, संजय कुमार सिंह, अमित बिहारी सिंह, कुमार सत्येन्द्र, शीवाजी राय, अखिलेशवर सिंह सहित एआईआईईएम, एआईबीईए, बीईएफआई, एंटक, एफएमआरएआई, डाक कर्मचारी यूनियन, राज्य अराजपत्रित महासंघ, बैंक एसोसिएशन सहित कुल 12 ट्रेड यूनियन के नेताओं ने भाग लिया और हड़ताल को सफल बनाने की रणनीति पर चर्चा की।