रोहतास दर्शन न्यूज़ नेटवर्क : करगहर रोहतास-प्रखंड के सिरिसियां व कुडियारी गांव में आयोजित ग्यारह दिवसीय रामचरितमानस 52वां महायज्ञ मंगलवार को भव्य कलश शोभायात्रा के साथ प्रारम्भ हुआ.सिरिसिया से निकली कलश शोभायात्रा में हाथी घोड़े व गाजे-बाजे के साथ यज्ञ मंडप प्रांगण से निकलकर बलथरी कोचस बजार होते हुए गंगवलिया वन पहुंची.जहाँ धर्मावती नदी के तट पर बनारस से आये ब्यास सिद्धेश्वर द्विवेदी द्वारा पूरी विधि विधान से मंत्रोच्चारण के साथ कलशों में जल भरने का कार्य संपन्न कराया गया. पुन: कलश यात्रा कोचस बाजार बलथरी कनक सेमरियां, पटवाडिह,डिभियां,करगहर बाजार व करगहर स्थित प्राचीन शिव मंदिर के प्रांगण से होते हुए तकरीबन 14 किलोमीटर की दूरी तय कर वापस यज्ञ स्थल तक पहुंची जहाँ कलश को स्थापित किया गया. वही कुडियारी से गाजे बाजे के साथ निकली भव्य कलश शोभायात्रा खडारी बाजार होते हुए करगहर स्थित प्राचीन शिव मंदिर के प्रांगण में पहुंच जहा आचार्य दुर्गेश पांडेय द्वारा पुरी विधान से मंत्रोचारण के बीच कलशों में जल भरने का कार्य सम्पन्न कराया गया.पुन: कलश यात्रा करगहर बाजार व खडारी चौक होते हुए ग्यारह किलोमीटर की दूरी तय करते हुए यज्ञ स्थल तक पहुंची जहा कलश स्थापित किया गया. इस दौरान हजारों की संख्या में श्रद्धालु जय श्री राम का जयकारा लगा रहे थे.इससे पूरा वातावरण भक्ति में बना था. वहीं सिरिसियां गांव में आयोजित यज्ञ आयोजन समिति अध्यक्ष दिनेश तिवारी,सचिव मदन साह, कोषाध्यक्ष राजू पांडेय,शिवमुनी सिंह कन्हैया पांडेय,मुनमुन पांडेय,रामाकांत पांडेय, मंटू गुप्ता,विपिन सिंह आदि ने बताया कि मंगलवार को को कलश यात्रा के साथ प्रारंभ हुए यज्ञ की पूर्णाहुति 27 फरवरी को होगी|