- शहीद दारोगा के घर मातमपुर्सी के लिए पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री, प्रेस को भी किया संबोधित
आर० डी० न्यूज़ नेटवर्क : 18 फरवरी 2022 : सासाराम। बिहार में खनन एवं शराब नीति के कारण आम आदमी को फजीहत का सामना करना पड़ रहा है तथा शराब बंदी कानून की आड़ में गरीबों को पकड़ कर जेल में डाला जाना न्याय संगत नहीं है। इसलिए राज्य सरकार को इस बारे में पुनः विचार करना चाहिए। उक्त बातें बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री सह एनडीए घटक दल के नेता जीतन राम मांझी ने शुक्रवार को सासाराम स्थित अतिथि गृह में एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कही। मुख्यमंत्री बीते दिनों औरंगाबाद में शहीद हुए शिवसागर प्रखंड अंतर्गत सोनडिहरा गांव निवासी दारोगा वीरेंद्र पासवान के घर मातमपुर्सी के लिए जिले के दौरे पर आए हुए थे। इस दौरान उन्होंने शहीद दारोगा के परिजनों के प्रति प्रशासनिक उदासीनता पर भी जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि अपने दायित्वों का इमानदारी पूर्वक निर्वहन करते हुए एक पुलिस अधिकारी के निधन पर जिले के आला अधिकारियों का असंवेदनशील रवैया घोर निंदनीय है तथा स्थानीय जनप्रतिनिधियों को शहीद के सम्मान में एक द्वार का निर्माण कराते हुए आश्रितों को उचित मुआवजा एवं अनुकंपा के आधार पर नौकरी दिलाने के लिए सहयोग करना चाहिए। इस दौरान उन्होंने दारोगा की हत्या को साजिश करार दिया तथा बिहार सरकार से विस्तृत जांच कराने की मांग रखी। वही हाल ही में जिलाधिकारी कार्यालय कक्ष में किसानों के साथ कथित दुर्व्यवहार के मामले में भी मांक्षी ने कहा कि किसानों के साथ डीएम का अमर्यादित व्यवहार धान खरीदी में उनकी संलिप्तता को प्रदर्शित करता है। धान खरीद में पैक्सों की मनमानी की शिकायतें लगातार मिल रही है तथा किसानों को समर्थन मूल्य से कम पर अपनी फसलों को बेचना पड़ रहा है।