रोहतास दर्शन न्यूज़ नेटवर्क : बिक्रमगंज । जलवायु अनुकूल कृषि के प्रत्यक्षण इकाई में गुरुवार को विभिन्न ब्लॉकों से आए किसानों ने विभिन्न तकनीकों का प्रदर्शन देखा । इस प्रक्षेत्र भ्रमण में किसानों ने पैडी ट्रांसप्लांटर द्वारा आलू की बुवाई, मेड़ पर मक्का की बुवाई, शून्य जुताई द्वारा गेहूं की बुवाई, चना की बुवाई एवं मसूर की बुवाई का प्रत्यक्ष साथ ही साथ आलू का अंतर्भरती फसल सरसों के साथ पद्धति का भ्रमण कृषि विज्ञान केंद्र बिक्रमगंज एवं जमोढी ग्राम में जाकर किया । जलवायु अनुकूल कृषि से किसान बहुत ही खुश और इस तकनीकी को आगे करने की अपनी मंशा जाहिर की । इस अवसर पर कृषि विज्ञान के डॉ रतन कुमार ने बताया कि जलवायु अनुकूल कृषि विज्ञान केंद्र एवं अन्य 5 गांव में 5 वर्ष तक खेती की जाएगी । साथ ही मौसम को देखते हुए कृषि की विभिन्न पद्धतियों को अपनाना एवं उसकी तकनीकी को आगे बढ़ाने का काम किया जाएगा । इस अवसर पर विभिन्न ब्लॉकों से आए हुए किसान अनूप कुमार ,मनीष कुमार, हरदयाल पाल, हीरालाल पाल ,नरेंद्र सिंह ,बिंदेश्वरी सिंह, सहाबुद्दीन आलम इत्यादि किसानों ने भाग लिया । इस अवसर पर कृषि विज्ञान केंद्र के प्रक्षेत्र मैनेजर प्रवीण कुमार पटेल ने किसानों को कृषि विज्ञान केंद्र में चल रहे विभिन्न इकाइयों का परिभ्रमण कराया तथा उसके बारे में बताया गया । इसमें हरेंद्र प्रसाद शर्मा, अभिषेक कौशल तथा सुबेश कुमार ने भी सहयोग प्रदान किया ।