सट्टादार कर्मचारी संघ का वर्षगांठ सम्पन्न |
माफ हो किसानों का पटवन कर |
सासाराम। बिहार राज्य सट्टादार(लम्बरदार) कर्मचारी संघ सिचाई विभाग का 44वां स्थापना दिवस स्थानीय एलौंन नगर स्थित संघ कार्यालय में आयोजित किया गया।अध्यक्षता सत्यनारायण स्वामी व संचालन बिपिन बिहारी पाठक व मुक्तिनारायन मिश्रा ने संयुक्त रूप से किया किया।कोरोना प्रोटोकॉल के तहत आयोजित कार्यक्रम का उदघाटन संघ के संस्थापक सह महामंत्री रामायण पांडेय एलौंन ने किया।श्री एलौंन ने कहा की किसानों की सिचाई सुविधा के लिए बिहार में 1876 से लागू सट्टा पद्धति को सरकार ने 1976 में समाप्त कर दिया था जिसे संघ द्वारा लम्बी लड़ाई के बाद सरकार के पत्रांक 2559 दिनांक 15.7.88,पत्रांक 1306 दिनांक 10.6.91,213 दिनांक 13.2.97,पत्रांक 2559 दिनांक 29.8.99 के द्वारा पुनः वापस कराया गया है और सभी सट्टादार नियमानुसार कार्य करते चले आ रहे है।सरकार पटवन करों में हेराफेरी के उद्देश्य से इसे पूर्ण रूप से लागु नही कर रही है।नहरों का स्वामित्व कृषक समितियों को सौपने के नाम पर किसानों को गुमराह किया जा रहा है। पटना हाईकोर्ट द्वारा वाद संख्या CWJC 8662/98,MJC2269/01 तथा CWJC 18649/2012 में सट्टादारों का सम्पूर्ण बकाया कमीशन भुगतान का आदेश दिया गया है लेकिन अभीतक राशी का भुगतान नही किया गया है।श्री एलौंन ने केंद्रीय द्वितीय सिचाई आयोग की सिफारिशों को बिहार में लागु करते हुए सट्टा पद्धति से कार्य कराने,उतर कोयल नहर औरगवाद तथा करमचत बांध के अंतर्गत सट्टादारों का नियुक्ती करने, सम्पूर्ण बकाया कमीशन भुगतान कराने,परमित निर्गत करने, क्षतिग्रस्त नहरों का मरम्मत कराने,सट्टादारों को चतुर्थवर्गीय कर्मचारी घोषित करने,किसान विरोधी तीन नए कृषी कानूनों को रद्द करने,फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य की गरांटी दिलाने,सभी किसानों का पटवन कर माफ् करने की मांग सरकार से किया।कार्यक्रम में उपेंद्र कुशवाहा,केएल भाष्कर,डॉ. वीरेंद्र प्रसाद सिंह,सुरेश त्रिपाठी,रामशंकर पांडेय,चंद्रमा पांडेय,अजय कुमार,सुनील कुमार,महाराणा प्रताप सिंह ,सतेंद्र कुमार,राजेन्द्र सिंह,बिमल पांडेय,डॉ.आर.के. शर्मा,इम्तियाज आलम,यमुना सिह,दशरथ जी,रामनगीना प्रसाद सहित अन्य लोगों ने अपने विचार व्यक्त किये।