रोहतास दर्शन न्यूज़ नेटवर्क : 08 नवम्बर 2021 : संझौली(रोहतास)। प्रखंड के गडूरा निवासी किसान रामबचन सिंह का 36 वर्षीय पुत्र सीआरपीएफ का जवान धर्मेंद्र कुमार की शहादत की खबर मिलते ही गांव व प्रखंड सहित पूरे जिले में मातम पसर गया । धर्मेंद्र की शहादत की सूचना मिलते ही उनकी पत्नी सुनीता कुमारी दहाड़ मार कर रोने लगी । वहीं बूढ़े पिता बिलख रहे थे । जबकि भाई के आंखों से आंसू टपकना रुक ही नहीं रहा था । पूरे परिवार की नजर कभी घर में तो कभी घर के बाहर तो , बगल से गुजरने वाली सड़क पर जाती थी । पूरा परिवार शायद यही देख रहा था कि मेरे लाल की दर्शन कब मिल जाए , मेरा लाल कब आएगा , कब बातें होंगी कब मुलाकात होगी । शायद परिवार के जेहन में तरह – तरह के प्रश्न घूम रहे थे। दर्जनों की संख्या में इकट्ठा हुए आसपास के ग्रामीण व रिश्तेदार ढाढस बनाने की असफल प्रयास कर रहे थे ।लेकिन परिजनों की आंख से आंसू रुकने का नाम ही नहीं ले रहा था । शहीद का भाई मुन्ना कुमार ने बताया कि सीआरपीएफ छत्तीसगढ़ हेड क्वार्टर से फोन आया कि आपके भाई की तबीयत अच्छी नहीं है उनकी पत्नी को संभाल कर रखिएगा , तभी हमें शक हो गया कि कोई आकस्मिक घटना तो मेरे भाई के साथ नहीं हो गई । कहते हैं सूत्रों की माने तो भाई की कैंप के ही एक सहयोगी जवान ने कई जवानों पर गोलियां बरसा दी , जिसमें मेरे भाई धर्मेंद्र शहीद हो गए । धर्मेंद्र चार भाइयों में सबसे छोटा धर्मेंद्र अपने पीछे पत्नी सुनीता देवी , छः वर्षीय बेटा सिंटू राज व बेटी आठ वर्षीय रिया कुमारी व 11 वर्षीय जुली कुमारी को छोड़ गये । शहीद के पिता रामबचन सिंह ने रोते बिलखते बताया कि मेरा बेटा छत्तीसगढ़ के सुकमा में पोस्टिंग था । जो दशहरा पूजा में गांव आया था । जो एक माह पूर्व 13 अक्टूबर को फिर अपने ड्यूटी पर चला गया था। मेरा बेटा देश के लिए शहीद हुआ है मुझे अपने बेटे पर नाज है। मेरे बेटा धर्मेंद्र सीआरपीएफ में नौकरी करता था। वही दो बेटे निजी कंपनी में नौकरी करते हैं जबकि एक बेटा गाव पर ही रहकर खेती बारी का काम करता है ।