नोखा। नोखा प्रखंड क्षेत्र में किसानों की दयनीय हालत मजबूत करने के लिए किसानों के लिए सरकारी योजनाओं की भरमार है। लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है। सरकारी उदासीनता के कारण क्षेत्र के किसान इन दिनों बुनियादी सुविधाओं से वंचित होकर काफी कष्टकारी जिंदगी जीने को विवश हैं। किसान राम कुमार यादव, सुरेश महतो आदि बताते हैं कि सरकारी योजनाएं का लाभ लेने के लिए कठिन कागजी प्रक्रिया एवं कमीशन खोरी के कारण किसानों को समुचित लाभ नहीं मिल पाता है। भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ माने जानेवाली किसानों को सरकारी मृल्य पर खाद-बीज भी मयस्सर नहीं है। सरकार द्वारा चलाए जाने वाली योजनाओं का लाभ बिचौलिये के कारण अनभिज्ञ रहकर किसान लाभ से वंचित हो रहे हैं। है। गौरतलब है कि क्षेत्र के किसान धान की खेती सर्वाधिक मात्रा में करते हैं जिससे किसान अपने बच्चे की पढ़ाई सहित अपनी आर्थिक स्थिति मजबूत करने के सपने अपने मन में संजोए रखते हैं किंतु लगातार प्राकृतिक आपदाओं के शिकार किसानों को अपने धान की फसलों को बिचौलियों को बेचकर उम्मीदों पर पानी फिर गया है। फिलवक्त रबी फसल में गेहूं, दलहन, तेलहन व सब्जियों तक के खेती करने के लिए किसानों को पूंजी की आवश्यकता है। जिस कारण किसानों थक हारकर सेठ साहुकारों के पास अपने घर का बहुमूल्य गहना गिरवी रखकर कृषि कार्य कर रहे हैं। दर-दर की ठोकरें खा रहे किसानों को परेशानी बढ़ती ही जा रही है।