आर० डी० न्यूज़ नेटवर्क : 21 फरवरी 2022 : पटना। पूर्व उप मुख्यमंत्री एवं भाजपा सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा है किलालू को सजा न्याय की जीत, आश्चर्य कि मुकदमा करने वाले शिवानंद पलट गए ।-सुशील कुमार मोदी ने ट्वीट में कहा कि यदि लालू को फंसाया गया, तो 10 साल में मनमोहन सिंह क्लीनचिट क्यों नहीं दिला पाए ?
श्री मोदी ने कहा कि लालू प्रसाद को चारा घोटाला के पांचवें मामले में भी सजा होना कोई आश्चर्य की बात नहीं, लेकिन आश्चर्य यह है कि शिवानंद तिवारी,वृषिण पटेल, प्रेमचंद मिश्रा जैसे जिन लोगों ने चारा घोटाला में मुकदमा दायर किया था, वे बाद में पलटी मार कर लालू प्रसाद से मिल गए और भ्रष्टाचार का राजनीतिक बचाव करने वाले कुतर्क देने लगे। इन पाला-बदल लोगों और राजद ने भाजपा पर बार-बार लालू प्रसाद को फँसाने के अनर्गल आरोप लगाये। इन लोगों को न्यायपालिका पर केवल तभी भरोसा हुआ, जब लालू प्रसाद को जमानत मिली।
श्री मोदी ने कहा कि . 1996 के चारा घोटाला मामले में तत्कालीन मुख्यमंत्री लालू प्रसाद पर जब पहला अभियोग पत्र दायर हुआ, तब केंद्र में भाजपा नहीं, कांग्रेस के समर्थन वाली देवगौड़ा सरकार थी। जब लालू प्रसाद को इस मामले में पहली बार सजा हुई, तब भी भाजपा नहीं, मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार थी।
अदालत और जज किसी दल के नहीं होते, फिर भी राजद एक झूठ को बार-बार बोलता रहा। श्री मोदी ने कहा कि यदि लालू प्रसाद को फँसाया गया था, तो 2004 से 2014 तक केंद्र में राज करने वाली कांग्रेस ने लालू प्रसाद को क्लीनचिट क्यों नहीं दिलवायी? लालू प्रसाद को सभी पांच मामलों में सजा और जुर्माना होना अंततः न्याय की जीत है, लेकिन मुझे व्यक्तिगत रूप से दुख है कि राजद प्रमुख को इस उम्र में जेल जाना पड़ा।