आर० डी० न्यूज़ नेटवर्क : 06 नवंबर 2023 : बिहार में जातिगत गणना सामान्य वर्ग में भूमिहार सबसे अधिक गरीब, जानें ब्राह्मण,राजपूतों और कायस्थ का हाल : सवर्णों में भूमिहार सबसे गरीब 27.58%,ब्राह्मण 25.32% राजपूत 24.89 और कायस्थ 13.83%, जातिगत आधार पर बिहार में सरकारी नौकरी पाने वालों में कौन सी जाति सबसे उपर और कौन सी जाति सबसे नीचे हैं.
किस जाति और किस धर्म के कितने लोग सरकारी सेवा में हैं.
बिहार में सामान्य वर्ग के पास 6 लाख 41 हजार 281 लोगों को सरकारी नौकरी है. भूमिहार जाति के पास सरकारी नौकरी में हिस्सेदारी 1 लाख 87 हजार 256 है यह 4.99 फीसदी है. ब्राह्मण जाति के पास सरकारी नौकरी में हिस्सेदारी 1 लाख 72 हजार 259 है। यह 3.60 फीसदी हैं.राजपूत जाति के पास सरकारी नौकरी में हिस्सेदारी 1 लाख 71 हजार 933 है। यह 3.81 फीसदी है. कायस्थ जाति के पास सरकारी नौकरी में हिस्सेदारी 52 हजार 490 है । यह उनकी संख्या 6.68 फीसदी है. सामान्य जाति में ही शेख जाति के पास सरकारी नौकरी में हिस्सेदारी 39 हजार 595 (संख्या में) जबकि 0.79 प्रतिशत है. पठान जाति के पास सरकारी नौकरी में हिस्सेदारी 10 हजार 517 है जो कि 1.07 फीसदी है. सैयद जाति के पास सरकारी नौकरी में हिस्सेदारी 7 हजार 231 जबक उनका प्रतिशत 2.42 है. सरकारी नौकरी में शामिल पिछड़ी जातियों की बात करें तो उनका प्रतिशत कुछ यूं है. कुर्मी जाति 3.11 फीसदी, कुशवाहा – 2.04 फीसदी, यादव – 1.55 फीसदी, बनिया – 1.96 फीसदी, दुसाध – 1.44 फीसदी हैं.
पिछड़ा वर्ग में 33.16 फीसदी परिवार गरीब, अत्यंत पिछड़ा वर्ग में 33.58 फीसदी गरीब परिवार, अनुसूचित जाति में 42.93 फीसदी गरीब परिवार, अनुसूचित जनजाति में 42 .70 फीसदी परिवार वहीं अन्य प्रतिवेदित जातियों में 23.72 फीसदी गरीब हैं.