243 सदस्यीय विधानसभा में 77 सदस्यों के बूते भाजपा बनी सबसे बड़ी पार्टी,जदयू 45 और कांग्रेस के हैं 19 विधायक

आर० डी० न्यूज़ नेटवर्क : 23 मार्च 2022 : पटना। वीआईपी के अध्यक्ष मुकेश सहनी को भाजपा से पंगा लेना भारी महंगा पड़ रहा है। सहनी के पार्टी के तीनों विधायक- मिश्रीलाल यादव,राजू सिंह और स्वर्णा सिंह भाजपा में शामिल हो गये हैं।तीनों विधायक विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा से मिलकर पार्टी विधायक दल का भाजपा में विलय की औपचारिकता पूरी की। चैंबर में दोनों भाजपाई उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद और रेणु देवी और प्रदेश अध्यक्ष डॉ संजय जायसवाल भी मौजूद रहे।।तीनो विधायकों के पार्टी छोड़ देने के बाद विधानसभा में वीआईपी शून्य की स्थिति में पहुंच गयी। वहीं भाजपा विधायकों की संख्या 77 हो गयी है। राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि यूपी चुनाव में भाजपा के खिलाफ कूदने और बिहार में परिषद चुनाव में भाजपा-जदयू के साझा प्रत्याशियों के खिलाफ वीआईपी के प्रत्याशी देने से नाराज भाजपा ने बोचहा उपचुनाव में अपना प्रत्याशी दिया है। मुकेश सहनी को भाजपा के समर्थन से दोबारा सदस्य बनने पर भी प्रश्नचिन्ह लग गया है । ऐसे में मुकेश सहनी का मंत्री पद भी खतरे में पड़ गया है। विधानसभा चुनाव हारने के बाद भाजपा कोटा से मुकेश सहनी को पहले मंत्री पद मिला और बाद में परिषद का सदस्य बनने का मार्ग प्रशस्त हुआ था। अब यह सवाल भी कौंधने लगा है कि क्या देर-सबेर मुकेश सहनी फिर राजद से नाता बनाने के साथ परिषद में जाने का रास्ता ढूंढ सकते है? विधानसभा चुनाव के ऐश्वर्य मुकेश सहनी ने लालू प्रसाद का साथ छोड़कर राजग स चुनावी तालमेल किया था। विधानसभा की 11 और परिषद की एक सीट पाने के लिए तालमेल हुआ। भाजपा ने सीट के साथ की उम्मीदवार भी दिया था।मिश्री लाल यादव भाजपा में ही थे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !! Copyright Reserved © RD News Network