रोहतास दर्शन न्यूज़ नेटवर्क : 12 सितम्बर 2021 : पटना : पूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने बिहार के विकास और राष्ट्रीय राजनीति में जो बड़ी भूमिका निभायी, उसे देखते हुए पटना में उनकी प्रतिमा लगनी चाहिए। उन्होंने दलितों को आगे बढाने के लिए लगातार संघर्ष किया, लेकिन कभी नफरत की राजनीति नहीं की। उनकी जयंती पर राजकीय समारोह होना चाहिए। रामविलास पासवान एनडीए राजनीति के प्रमुख शिल्पी थे। उन्होंने अटल बिहारी वाजपेयी और नरेंद्र भाई मोदी की यशस्वी सरकारों में रह कर देश की सेवा की। रेल मंत्री के रूप में उनके योगदान को बिहार कभी नहीं भुला सकता। 1977 में आपातकाल हटने के बाद पहले संसदीय चुनाव में रामविलास पासवान ने सबसे ज्यादा मतों के अंतर से जीतने का रिकार्ड बनाया था। ऐसे लोकप्रिय नेता की पहली बरसी पर सभी दलों और वर्गों के लोग उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे। इस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए ।