वर्ष 2008 में हुए अहमदाबाद बम धमाकों में 56 लोगों की मौत हुई थी
देश में पहली बार इतनी बड़ी संख्या में सजा-ए-मौतअहमदाबाद
आर० डी० न्यूज़ नेटवर्क : 18 फरवरी 2022 : गुजरात । गुजरात के अहमदाबाद में वर्ष 2008 में सिलसिलेवार बम धमाकों के मामले में शुक्रवार को अदालत ने सजा का ऐलान कर दिया। बड़ा फैसला सुनाते हुए स्पेशल कोर्ट ने 49 अभियुक्तों में से 38 दोषियों को फांसी की सजा सुनाई है। विशेष न्यायाधीश ए.आर. पटेल की अदालत ने 49 अभियुक्तों में से 38 लोगों को फांसी की सजा सुनाई है। जबकि 11 दोषियों को उम्र कैद हुई है। खास बात यह है कि देश में पहली बार किसी एक मामले में इतनी बड़ी संख्या में फांसी की सजा सुनाई गई है। उल्लेखनीय है कि पिछले सितंबर में करीब 13 साल पहले हुए बम धमाकों के मामले में सुनवाई पूरी हो गई थी। विशेष कोर्ट ने इस मामले में फैसला सुरक्षित रख लिया था। 13 साल चले इस मामले में लंबी सुनवाई के दौरान अभियोजन ने 1100 गवाहों के बयान दर्ज किए थे। वर्ष 2008 में हुए अहमदाबाद बम धमाकों में 56 लोगों की मौत हुई थी। वहीं दिसंबर 2009 से इस मामले में सुनवाई चल रही थी। विशेष जज ए.आर. पटेल ने पिछले साल सितंबर में मामले की सुनवाई खत्म होने की घोषणा की थी , इसके बाद उन्होंने मामले में फैसला सुरक्षित रख लिया था। गौरतलब है कि 26 जुलाई 2008 को अहमदाबाद शहर में 70 मिनट के अंतराल पर कुल 21 बम धमाके हुए थे। इन बम धमाकों में 56 लोगों की मौत हुई थी। जबकि करीब 200 लोग इस धमाके में घायल हुए थे। वहीं पुलिस ने दावा किया था कि , इंडियन मुजाहिदीन से जुड़े लोगों ने इन बम धमाकों को अंजाम दिया है। दरअसल इंडियन मुजाहिदीन को सिमी से जुड़ा संगठन बताया जाता है। उधर भारत के न्यायिक इतिहास में यह पहला अवसर है जब एक साथ तीन दर्जन लोगों को फांसी की सजा सुनाई गई है। सजा के ऐलान के बाद हड़कंप मच गया है।