आगामी विधानसभा चुनाव में प्रथम चरण के तहत 71 विधानसभा सीटों पर मतदान 28 ऑक्टोबर 2020 को होनेवाला है जिसके तहत आज इन सभी विधानसभा क्षेत्रों पर चुनाव प्रचार सूर्यास्त के बाद थम जाएगा। इस चुनाव प्रचार में ज़्यादातर नेताओ ने एक जगह से दूसरे जगह जाने के लिए सहारा लिया हेलिकोपटर का। जिसे देखने के लिए स्थानीय लोगों में ख़ासा उत्साह देखा गया और हेलिकोपटर के साथ सेल्फ़ी खींचने वाले लोगों का ताँता लगा रहा। साथ ही प्रत्याशियों ने सोशल मीडिया जैसे की फ़ेस्बुक live के माध्यम से भी लोगों से ज़नसम्पर्क बनाया ।
रोहतास ज़िला में निम्नलिखित सात विधानसभा क्षेत्र हैं:
१) सासाराम विधानसभा। २) चेनारी विधानसभा। ३) डेहरी विधानसभा। ४) काराकाट विधानसभा। ५) दिनारा विधानसभा। ६) करहगर विधानसभा। ७) नोखा विधानसभा।
रोहतास ज़िला में भी सभी सातों विधानभवन क्षेत्रों के लिए मतदान 28 ऑक्टोबर 2020 को होनेवाला है। जिसमें से अधिकांशतः सीटों पर त्रिकोडात्मक मुक़ाबला होने की सम्भावनाएँ है।
इस चुनाव प्रचार में अधिकांशतः मुख्य बिंदु रहा नौकरियों के लुभावने सपने , विकास एवं उद्योगीकरण । जहां विपक्ष ने मौजूदा सरकार को विकास नहीं करने पर घेरा वही मौजूदा सरकार ने पूरे प्रांत का सम्पूर्ण विद्युतीकरण , सड़कों का विशाल एवं विस्तृत जाल , लॉ एंड ऑर्डर के तहत अपहरण की वारदांतों का अंत , बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना , नियोजित शिक्षकों की बहाली , सरकारी विद्यालयों में स्मार्ट क्लास का सफल संचालन , माँ तुतला भवानी मंदिर का जीर्णोद्धार , जलाशय योजना जैसे अनेको सफल योजनाओं का हवाला दिया।
वही सत्ता पक्ष एवं विपक्ष के द्वारा निजी टिप्पणी भी इस चुनाव प्रचार का अहम हिस्सा रही, जिसके तहत परिवारवाद बनाम राष्ट्रवाद पर विभिन्न शीर्ष नेताओ के द्वारा टिप्पणी की गयी। चुनावी रैली के दौरान माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी एवं माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की संयुक्त रैली भी सुर्ख़ियाँ बटोरी। वही सत्ता पक्ष एवं विपक्ष ने स्टार प्रचारकों के माध्यम से चुनावी रैलियों में चार चाँद लगाया। वही कुछ निर्दलीय प्रत्याशियों ने भी वोटोरो को लुभाने के लिए भोजपुरी फ़िल्मों की फ़िल्मी सितारों का सहारा लिया।
रोहतास ज़िला के सातों विधानसभा सीटों पर जनता दल यूनाइटेड , भारतीय जनता पार्टी एवं लोक जैन शक्ति पार्टी के त्रिकोणात्मक संघर्ष के वजह से लगभग हर सीट पर प्रत्याशियों पर प्रश्न चिन्ह लगा हुआ है। वही रालोसपा , बी॰एस॰पी॰, ए॰आई॰एम॰एम॰ , जाप इत्यादि पार्टियों ने भी अपना अपना प्रत्याशी लगभग सभी विधानसभा सीटों पर उम्मीदवार उतारने से वोटरों के लिए असामंजस्य की स्तिथि बढ़ गयी है। कुछ स्थानीय लोग कुछ पार्टियों को वोट कटुआ की श्रेणी में भी गिन रहे हैं। जिससे बड़ी पार्टियों के उम्मीदवारों को काफ़ी मशक़्क़त करनी पड रही है। यह देखना दिलचस्प हो गया है की रोहतास ज़िला के सातों विधानसभा सीटों पर बाज़ी कौन कौन से प्रत्याशी मारेंगे , जिसका खुलासा 10 नवम्बर 2020 को चुनाव के नतीजे आने के बाद ही होगा तब तक अटकलों का बाज़ार गर्म है।