राजनाथ सिंह ने केंद्रीय नेताओं को बताया था- सरयू राय का टिकट कटा तो वे रघुवर दास के खिलाफ लड़ेंगे चुनाव
रोहतास दर्शन न्यूज़ नेटवर्क : 28 नवम्बर 2021 : रांची। .म राजनाथ सिंह ने केंद्रीय नेतृत्व को बताया था, यदि सरयू राय का टिकट कटा तो वे रघुवर दास के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे। भाजपा के कई वरीय नेताओं ने राजनाथ सिंह का समर्थन करते हुए सरयू राय को टिकट देने की वकालत की थी। हालांकि अमित शाह के कारण अंतत: उन्हें टिकट नहीं मिला। गौरतलब है कि सरयू राय ने राजनाथ सिंह को चुनावी योजना के बारे में बताया था कि वे हर हाल में चुनाव लड़ेंगे। अगर टिकट कटा तो रघुवर दास के खिलाफ चुनाव में खड़े होने से नहीं हिचकेंगे। ये सारी बातें विधायक सरयू राय के जीवन पर लिखी गई पुस्तक द पीपुल्स लीडर पुस्तक में कही गई हैं। गुरुवार को द पीपुल्स लीडर पुस्तक के लोकार्पण के अवसर पर इसके लेखक विवेकानंद झा ने कहा कि सरयू राय से संबंधित व्यक्तिगत, सामाजिक, राजनीतिक जीवन के कई अनछुए पहलुओं को इस पुस्तक में दर्शाया गया है।
पुस्तक द पीपुल्स लीडर का लोकार्पण…. किताब में है सरयू राय के कई अनछुए पहलुओं की भी जानकारी
पशुपालन घोटाला पर… चुनाव में लालू का आया था फोन, कहा- हम रउआ साथे बानी…बहुचर्चित चारा घोटाला उजागर कर सरयू राय ने लालू प्रसाद को जेल भिजवाया था। पर, जब भाजपा ने पिछले विस चुनाव में सरयू राय को टिकट नहीं दिया, तो उनके राजनीतिक दुश्मन लालू प्रसाद मदद को आ गए। उनका फोन आया था, भोजपुरी में बात की, कहा- एह इलेक्शन में राउर जीतल बहुत जरूरी बा। हम रउआ साथे बानी।
राजबाला वर्मा के एक्सटेंशन पर…
सरयू राय ने पीयूष गोयल से मिलकर जताया था विरोधपुस्तक के अनुसार, पूर्व मुख्य सचिव राजबाला वर्मा को पूर्व सीएम रघुवर दास एक्सटेंशन देना चाहते थे, पर सरकार में मंत्री रहे सरयू राय इसके विरोध में थे। राय ने वरीय नेता पीयूष गोयल से मिल विरोध जताया था। रघुवर दास के चाहने के बावजूद राजबाला वर्मा को एक्सटेंशन नहीं मिला।
अटलजी ने कहा था… देश में सरयू को कौन नहीं जानतायशवंत सिन्हा के साथ सरयू राय अटल बिहारी वाजपेयी से मिलने गए थे। राय का परिचय करा रहे सिन्हा को अटलजी ने टोकते हुए कहा, अरे देश में सरयू को कौन नहीं जानता। चारा घोटाला उजागर करने के बाद इन्हें काफी प्रसिद्धि मिली है। ये ऐसे ही बहते रहें…
अपनी सरकार को आईना …
सरकार में रहकर सरकार की गलतियां उजागर कींसरयू राय ने सरकार में रह कर भी सरकार की गलतियों को उजागर किया। मैनहर्ट मामला हो या अधिकारियों के भ्रष्टाचार का मामला, राय ने वाच डॉग की भूमिका निभायी। अधूरे विधानसभा भवन के उद््घाटन के विरोध में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को तीन पत्र लिखे थे। बताया था कि इस भवन के निर्माण के पूर्व कई जरूरी अनुमतियां नहीं ली गई हैं।