आर० डी० न्यूज़ नेटवर्क : 26 सितम्बर 2023 : पटना : प्राइवेट स्कूल्स एंड चिल्ड्रन वेलफेयर एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सैयद शामायल अहमद ने बिहार सरकार के शिक्षा मंत्री डॉ चंद्रशेखर से सचिवालय में मुलाकात कर ज्ञानदीप पोर्टल पर निजी विद्यालयों के मांग पत्र को सौंपा।

राष्ट्रीय अध्यक्ष सैयद शमायल अहमद ने कहा की शिक्षा विभाग के द्वारा ज्ञानदीप पोर्टल पर आय प्रमाण पात्र को अनिवार्य कर दिया गया है जब की पूर्व में कभी भी शिक्षा विभाग के द्वारा आय प्रमाण पत्र को अनियवार्य नहीं किया गया था जिस वजह से बिहार के किसी भी जिले के किसी भी निजी विद्यालय ने आय प्रमाण पत्र किसी भी शिक्षा के अधिकार के तहत पढ़ने वाले विद्यार्थी से नहीं लिया है । जिसके फलस्वरूप अभिभावकों एवं विद्यार्थी परेशानी का सामना कर रहे है और आय दिन निजी विद्यालयों में आय प्रमाण पत्र को ले कर के खींच तान का माहौल बन गया है। इस वजह से अनेको अभिभावकों ने विद्यालयों को आय प्रमाण पत्र नहीं देने हेतु मौखिक निर्णय सुना दिया है। अतः इस स्थिति के गंभीरता को देखते हुए शिक्षा विभाग को आय प्रमाण पत्र की अनिवार्यता को अविलम्ब समाप्त कर देना चाहिए।

शमायल अहमद ने कहा की 2019-20 से ही आय प्रमाणपत्र अपलोड को कहा गया है जवकि पूर्व में अध्ययनरत् कुछ बच्चे 2 साल कोरोना में विद्यालय बंद रहने के कारण छोड़ भी दिए हैं, तो 2019-20 से ही किसी भी हाल में नामांकित बच्चों को आय प्रमाणपत्र उपलब्ध करना संभव नहीं है तथा किसी तरह ज्ञान दीप पोर्टल पर अपलोड करने पर लेता नहीं है बल्कि फंस जाता है। अतः नियम अव बना है अधिसूचना 2023 में जारी किया गया है तो आय प्रमाणपत्र सत्र 2023-24 यानी वर्तमान सत्र से लिया जाना चाहिए पूर्व में नामांकित सभी बच्चों का अभिलेख समग्र शिक्षा कार्यालय में जमा है जिसका रिसीविंग भी सभी निजी विद्यालयों के पास है जहां से लिस्ट लेकर प्रतिपूर्ति के दिशा में पहल किया जा सकता है।

शमायल अहमद ने कहा की अभी तक सभी जिलाओं में लगभग 50% विद्यालयों का क्यूआर कोड भी नहीं मिला है इस वजह से ऐसे विद्यालय जो पूर्व में शिक्षा विभाग के द्वारा प्रस्वीकृत थे उन विद्यालयों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों की स्थिति पर शिक्षा विभाग के द्वारा कोई दिशानिर्देश कोई भी दिशानिर्देश नहीं दिया गया है जिसके वजह से संशय की स्थिति बानी हुई है। निजी विद्यालय संचालको को पता ही नहीं चल पा रहा है की जब उन्हें क्यू० आर० कोड नहीं मिला है तो वे शिक्षा के अधिकार में पढ़ने वाले विद्यार्थियों की सूचि कब कहाँ और किसको देंगे क्यों की जब तक क्यू आर कोड निर्गत नहीं होता है तब तक यु डायस प्लस एवं ज्ञान दीप पोर्टल का यूजरनाम और पासवर्ड शिक्षा विभाग निर्गत नहीं करेगा।

शमायल अहमद ने कहा की ज्ञानदीप पोर्टल को भरने की अवधि कम से कम तीन माह तक विस्तारित किया जाये साथ हर जिले के हर प्रखंड में निजी विद्यालय संचालको के लिए कार्यशाला का आयोजन शिक्षा विभाग के द्वारा कराया जाये ताकि तकनिकी जानकारी हर निजी विद्यालय संचालको को मिल सके।

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