रोहतास दर्शन न्यूज़ नेटवर्क : 24 मई 2021 : डेहरी : यह क्या हुआ नया साल और नया सत्र उम्मीद की नई किरण लेकर आया था।लेकिन कोरोना ने फिर से हाशिए पर लाकर खड़ा कर दिया। लॉकडाउन में प्राइवेट स्कूल संचालकों और वहां कार्यरत शिक्षक कर्मचारियों का एक बड़ा समूह आर्थिक तंगी से गुजर रहा है प्राइवेट शिक्षक चुकी बेहद कम आमदनी से अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं । आज उनके समक्ष मुसीबतों का पहाड़ खड़ा हो गया है । ये कमाने खाने वाले लोग जो कहीं मदद के लिए अपने हाथ भी नहीं फैला सकते यही कारण है की बहुत से विद्यालय संचालक और शिक्षक 2 जून की रोटी की समस्या के बावजूद भी चुप्पी साधे हुए हैं ।
ऐसे वक्त में कोरोना से विभिन्न जिलों में कई शिक्षकों की मौत भी हो चुकी है तब हम सभी विद्यालय संचालक एवं शिक्षक कर्मचारी यहां के स्थानीय प्रशासन , सांसद, विधायक , और सरकार से गुजारिश करते हैं कि वह इस बुद्धिजीवी वर्ग की तुरंत सुध ले । भारत के कुछ राज्यों में प्राइवेट स्कूल के शिक्षकों के लिए कल्याणकारी योजनाएं की घोषणा की गई है । ऐसे में बिहार सरकार को भी कुछ ऐसा ही करना चाहिए । शिक्षकों के लिए शीघ्र ही सम्मानजनक आर्थिक सहायता की घोषणा और उस ऐलान पर त्वरित अमल सुनिश्चित हो ।