रोहतास दर्शन न्यूज़ नेटवर्क : 31 मई 2021 : पटना : प्राइवेट स्कूल्स एंड चिल्ड्रेन वेलफेयर एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्यामल अहमद ने पत्र लिखकर बिहार के सभी सांसद, विधायक एवं विधान परिषद के सदस्यों से लाखों निजी विद्यालयों के कर्मियों की जान बचाने की गुहार लगाई है। उन्होंने कहा कि पिछले 15 महीनों से विद्यालय बंद हैं, जिसके कारण किसी भी कर्मी को वेतन नहीं मिल पा रहा है क्योंकि अभिभावक फीस नहीं दे रहे हैं। अगामी 8 जून तक सभी शिक्षण संस्थानों को बंद करने का आदेश भी हो चुका है, जिसके कारण लोगों की जाने कोरोना वायरस से कम और भुखमरी से ज्यादा जा रही है।
शमायल अहमद ने कहा कि दूसरी ओर मुख्यमंत्री ने सभी व्यवसाय पर से हर तरह के प्रतिबंध को हटा दिया है। जिससे वहां पूर्व की तरह ही काम होता रहे और रोजगार पर कोई कुप्रभाव नहीं पड़े। कोरोना संकट में शिक्षण संस्थानों के बंद रहने से निजी शिक्षण संस्थानों के अस्तित्व पर प्रश्नवाचक चिन्ह लग गया है। शिक्षण-संस्थानों से जुड़े हुए प्राचार्य, शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारियों के समक्ष रोजगार का संकट खड़ा हो गया है। उनके परिवार का जीवन यापन कठिनाई में पड़ गया है।