उच्च शिक्षा मंत्री रहे रामलखन राम रमण ने सात वर्ष बाद राजद में लौटे

आर० डी० न्यूज़ नेटवर्क : 14 अप्रैल 2022 : पटना : प्रकाशनार्थ/प्रसारणार्थबाबा साहब डॉ0 भीमराव अम्बेदकर जी का 131वीं जयन्ती पर संविधान की रक्षा का संकल्प लिया गया: राजदपूर्व मंत्री रामलखन राम रमण को राजद के प्रदेश अध्यक्ष श्री जगदानन्द सिंह ने राजद की सदस्यता दिलाईपटना 14 अप्रैल, 2022आज राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश कार्यालय के सभागार में संविधान निर्माता बाबा साहब डॉ0 भीमराव अम्बेदकर जी का 131वीं जयन्ती अनुसूचित जाति/जनजाति प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष अनिल कुमार साधु की अध्यक्षता में मनायी गई। इस अवसर पर बाबा साहब डॉ0 भीमराव अम्बेदकर के तैल चित्र पर माल्यार्पण कर उनके प्रति प्रदेश अध्यक्ष श्री जगदानन्द सहित सभी नेताओं के द्वारा श्रद्धासुमन अर्पित की गई।         

बिहार सरकार के उच्च शिक्षा मंत्री रहे  श्री  रामलखन राम रमण को राजद के प्रदेश अध्यक्ष श्री जगदानन्द सिंह के द्वारा पार्टी की सदस्यता तथा उन्हें माला देकर पार्टी में आने का स्वागत किया गया। इस अवसर पर इनके सैंकड़ों समर्थकों को भी पार्टी के सदस्यता दी गई। पार्टी के सभी नेताओं ने इनका स्वागत करते हुए कहा कि इनके आने से मिथिलांचल में पार्टी को मजबूती मिलेगी।इस अवसर पर सभा को संबोधित करते हुए राजद के प्रदेश अध्यक्ष श्री जगदानन्द सिंह ने कहा कि बाबा साहब डॉ0 भीमराव अम्बेदकर के जीवन भर के संघर्ष का परिणाम है भारत के संविधान का निर्माण। जहां भारत के संविधान में समाजवाद और धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र की बातें वर्णित है, उसकी जगह अब हिन्दू राष्ट्र की बातें करके समाजवाद को कहां उखाड़कर ले जाया जा रहा है, यह समझने की आवश्यकता है। आज अम्बेदकर साहब के चित्र पर नहीं बल्कि उनके चरित्र को आत्मसात करने की आवश्यकता है। भारत का संविधान जब तक मजबूत रहेगा अम्बेदकर जी के विचारों को कोई समाप्त नहीं कर सकता। देश की पहचान एकता में अनेकता की रही है। आज शिक्षा में दो तरह की व्यवस्था है जबकि समान शिक्षा का अवसर का सिद्धांत बाबा साहब के संविधान में वर्णित है लेकिन अफसोस की बात है कि धनवानों के अलग विद्यालय और गरीब, वंचित के संतानों के लिए सरकारी विद्यालय। इस तरह की नीतियां समाज के लिए ठीक नहीं है। अपने बच्चों को शिक्षित करने के लिए सभी को आगे आने की आवश्यकता है। जिस दिन संविधान खत्म हो गया उस दिन देश को बचाना मुश्किल हो जायेगा। आज शब्दों की जगह अर्थ को बदला जा रहा है। जिस दिन दो तिहाई बहुमत उनलोगों को आ गया उस दिन ये लोग आपके सारे रास्ते बंद कर देंगे। इसलिए एकजुट होकर वैसी शक्तियों का मुकाबला करें जो कहीं न कहीं बाबा साहब डॉ0 भीमराव अम्बेदकर और रामविलास पासवान की मूर्ति को तोड़कर समाज में आपको अलग रखने का कुचक्र रच रहे हैं। ऐसी सोंच के खिलाफ सभी को एकजुट होने की आवश्यकता है।राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री शिवानंद तिवारी ने कहा कि अम्बेदकर के विचारों को आगे बढ़ाने के लिए उन शक्तियों के सामने खड़ा होना होगा जो देश को एक धर्म का देश बनाकर कमजोर करने का वातावरण बना रहे हैं। इसके लिए डॉ0 भीमराव अम्बेदकर, महात्मा गांधी, डॉ0 लोहिया, लोक नायक जयप्रकाश नारायण, जननायक कर्पूरी ठाकुर के विचारों पर चलने वालों को एक साथ आगे आना होगा। यही एक माध्यम भारतीय संविधान की रक्षा का।इन्होंने आगे कहा कि बाबा साहब डॉ0 भीमराव अम्बेदकर और महात्मा गांधी के समकक्ष नीतीश कुमार को विज्ञापन में एक साथ दिखाने पर कहा कि नीतीश जी यह सब करके आपको अच्छा लग रहा है। क्यों इस तरह की बातें करवाकर आप अपनी तौहीन करा रहे हैं। आखिर आप इन महापुरूषों से अपनी तुलना कराकर क्या हासिल कर लेंगे?राष्ट्रीय प्रधान महासचिव श्री अब्दुलबारी सिद्दिकी ने कहा कि देश में संविधान और लोकतंत्र के खिलाफ एक साजिश चल रही है। और इस साजिश को कहीं न कहीं उन्हीं लोगों के द्वारा चलाया जा रहा है जो आज सत्ता में बैठे हुए हैं। देश के न्याय और संविधान के विपरीत कार्य हो रहा है। जिससे शोषित, वंचित, दलित और अल्पसंख्यक समाज में भय का वातावरण है। ऐसी साजिशों के खिलाफ एकजुट होना होगा।पूर्व विधान सभा अध्यक्ष श्री उदय नारायण चौधरी ने कहा कि आज सबसे ज्यादा हमला दलित, वंचित और अल्पसंख्यक समाज पर हो रहा है। हमें इसके खिलाफ सजग रहते हुए इनके मुकाबले के के लिए इनके चालबाजी को समझना होगा क्योंकि इनका कहीं पर निगाहें कहीं पर निशाना है। दरअसल ये अल्पसंख्यक पर माहौल बनाक आपके अधिकार को छिनना चाहते हैं। बाबा साहब के लिए सबसे पहले अल्पसंख्यक समाज के लोगों ने ही कुर्बानी देकर इन्हें सदन में भेजने का काम किया। हमारे कौन हितैषी और दुश्मन है इसकी पहचान जरूरी है।      इस अवसर पर पूर्व केन्द्रीय मंत्री श्री देवेन्द्र प्रसाद यादव ने कहा कि हमारा नीयत जबतक ठीक नहीं होगा तब तक हम बेहतर समाज का निर्माण नहीं कर सकते हैं। आज हमारे मनःस्थिति को इस तरह बनाया जा रहा है कि हम उनके गुलाम हो जायें। लेकिन हमें अम्बेदकर जी के उंच-नीच के भेदभाव को समाप्त करने वाली नीतियों को अपनाकर ऐसी मानसिकता के खिलाफ समतामूलक समाज के निर्माण के लिए एकजुट होना होगा।आज राजद में शामिल हुए पूर्व मंत्री श्री रामलखन राम रमण ने कहा कि सात साल बाद आज उनकी घर वापसी हुई है। वो लालू जी, राबड़ी देवी जी और तेजस्वी प्रसाद यादव जी के नेतृत्व को मजबूत बनाने के संकल्प के साथ सेवा के दृष्टिकोण से आये हैं। नीतीश सरकार ने बिहार के लोगों का क्या हाल कर दिया है, सभी लोग भुक्तभोगी हैं। बिना पैसे के कोई भी काम इस सरकार में नहीं होता है।इस अवसर पर पूर्व मंत्री सह प्रदेश उपाध्यक्ष श्री अशोक कुमार सिंह, सुरेश पासवान, डॉ0 तनवीर हसन,प्रदेश प्रवक्ता चितरंजन गगन, विधायक भरत भूषण मंडल, पूर्व विधान पार्षद आजाद गांधी, उपेन्द्र प्रसाद, प्रदेश प्रवक्ता एजाज अहमद, सारिका पासवान, प्रदेश संगठन महासचिव राजेश यादव, प्रदेश महासचिव प्रमोद कुमार राम, खुर्शीद आलम सिद्दिकी, निर्भय अम्बेदकर, डॉ0 प्रेम कुमार गुप्ता, डॉ0 कुमार राहुल सिंह, निराला यादव, संजय यादव, भाई अरूण कुमार, मधु मंजरी, अभिषेक कुमार, पटना जिलाध्यक्ष देवमुनी सिंह यादव, महानगर अध्यक्ष महताब आलम, विभन्न प्रकोष्ठ के अध्यक्ष प्रो0 खालिद, डॉ0 उर्मिला ठाकुर, विजय कुमार यादव, डॉ0 पी0 के0 चौधरी, महेन्द्र प्रसाद विद्याथी, कुमर राय, राजद के प्रदेश सचिव प्रमोद कुमार सिन्हा, युवा राजद के जेम्स कुमार यादव, शिवेन्द्र कुमार तांती, मनोज यादव, पंकज यादव, शेखर यादव, अमरजीत यादव, विनोद कुमार यादव, प्रदीप प्रभाकर, रतन कुमार यादव, ओम प्रकाश पासवान, मिश्री राम सहित सैंकड़ों की संख्या में नेतागण उपस्थित थे।

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