प्रतिस्पर्धा पर बढ़त देगा नया डिजिटल प्लेटफॉर्म “व्यापारिफाई”
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आर० डी० न्यूज़ नेटवर्क : 29 अक्टूबर 2023 : भारत के कई स्टार्टअप यूनिकॉर्न का स्तर छूने में कामयाब रहे हैं. पिछले 9 वर्षों में स्टार्टअप की संख्या, 2014 में 350 से बढ़कर 2023 में 90000 से अधिक हो गई है. इसी क्रम में 2023 में स्थापित स्टार्टअप, “व्यापारिफाई” स्थानीय व्यवसाय को सीमा पा ले जाने की दिशा में काम कर रहा है.. “व्यापारिफाई” एसएमई के लिए ऑनलाइन ब्रांड की पहचान बनाने के दरवाजे खोलता है साथ ही भौतिक सीमाओं को लांघकर वैश्विक व्यापार करने का सुरक्षित अवसर देता है। व्यापार को ऑनलाइन करने में सामान्य व्यापारी को धन, ज्ञान, विश्वास आदि चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, इन्हीं चुनौतियों के पार जाकर ही ऑनलाइन का बड़ा बाजार, जो की वर्तमान में 80 करोड़ उपभोक्ता का है, मिलता है, जो अभी भी पूरे व्यापार का 5% ही है। भविष्य में ऑनलाइन होना व्यावसायिक प्रगति की एकमात्र कुंजी है।
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वर्तमान में बड़ी डिजिटल कंपनीया व्यापार तो देती है पर व्यावसायिक पहचान छीन लेती है। व्यवसाय की पहचान की जरूरत को देखते हुए ही एचडीएफसी के शीर्ष पद पर रही सुश्री रूबी जैन ने व्यापारिफाय प्लेटफार्म का बीज रखा। 15 मिनट में व्यापारिफाई , व्यापारी को ऑनलाइन कर वैश्विक व्यापार में अपने ब्रांड की पहचान के स्थापित करता है और एक बड़ा बाजार उत्पादों के लिए खुल जाता है । आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस द्वारा डिजिटल प्रोफाइल बनाकर बिना बीचोलियां के सीधे ग्राहक संवाद की सुविधा अभी वैश्विक कंपनियों के पास नहीं है , यही व्यवस्था इस प्लेटफार्म को सभी से अलग करती है
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व्यवसाई और डिजिटल भारत की दूरी को कम करने में प्रयासरत भारतीय अर्थव्यवस्था की “मेड इन इंडिया” ओएनडीसी, अधिक निर्यात के सरकारी प्रयासों को गति देने के लिए बनाए गए इस प्लेटफार्म से व्यापारी तेजी से जुड़ रहे हैं. वर्तमान में प्रति 1000 व्यापारी १ लाख से अधिक सर्च सफलतापूर्वक करने का कीर्तिमान प्लेटफार्म अपने नाम कर चुका है।
रूबी जैन के अनुसार व्यापारिफाई से जुड़ने के बाद व्यापारी की अमेजॉन, अलिबाबा, जोमैटो, स्विग्गी जैसी कंपनियों पर निर्भरता कम हो जाएगी, और वह अपनी खुद की पहचान के दम पर बिना मुनाफा बाटे अधिक व्यापार कर पाएंगे। साथ ही अपने लेटेस्ट प्रोडक्ट को तुरंत ऑनलाइन करते हुए। हमेशा लेटेस्ट अपडेट के साथ, अपने पुराने व नए कस्टमर से हमेशा जुड़े रहेंगे ।
पीढ़ीगत धंधा करने वालों के लिए यह प्लेटफॉर्म वरदान सिद्ध होगा. उनकी पहचान ही उनकी पूंजी है । प्लेटफार्म के जरिए व्यवसायी ऑनलाइन रहते हुए अपने ग्राहक से सीधा संवाद कर पाएंगे,और अपनी पहचान को आने वाली पीढ़ी को हस्तांतरित कर पाएंगे । व्यापारिफाई, भविष्य को देखते हुए, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से डाटा एनालिसिस, बिजनेस इंटेलिजेंस का उपयोग कर व्यवसाययों को एडवांस टेक्नोलॉजी से लाभान्वित करने के उद्देश्यों पर भी काम कर रही है ।
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