जो व्यवहार आपको स्वयं के लिए नहीं पसंद है उसे आप दूसरों के साथ नहीं करेंगे। राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर से स्पीकर की शिष्टाचार मुलाकात
आर० डी० न्यूज़ नेटवर्क : 16 फरवरी 2024 : बिहार विधान सभा के नवनिर्वाचित अध्यक्ष नन्द किशोर यादव ने आज शाम 4 बजे विस्तारित भवन के बेसमेंट स्थित ऑडिटोरियम में सभा सचिवालय के पदाधिकारियों एवम् कर्मचारियों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि सदन लोकतंत्र का मंदिर है, जिसमें माननीय सदस्यगण कानून बनाने के साथ-साथ जनहित के कई मुद्दों पर विचार-विमर्श के साथ जन समस्याओं का समाधान करते हैं। सभा सचिवालय के पदाधिकारी एवं कर्मचारीगण बिहार विधान सभा के महत्वपूर्ण अंग है एवं आप महत्वपूर्ण विधायी कार्यों सहित अन्य कार्यों को निष्पादित करने में सदस्यगण की सहायता करते हैं। मैं आज इस मौके पर आपसे अपने लंबे संसदीय जीवन एवं अपने प्रशासनिक अनुभवों को साझा करते हुए आपसे उत्तम कार्य की अपेक्षा करता हूं।
विधान सभा सचिवालय के कार्य की पद्धति सरकार के सचिवालय की कार्य पद्धति से भिन्न है। यहां आपको सदस्यों के साथ कार्य करना होता है एवं उनकी समस्याओं को सुलझाना होता है। यह करते हुए आपको ध्यान रखना है कि सभी कार्य नियमानुसार किए जाएं, साथ ही आपको यह भी सुनिश्चित करना है कि सदस्यों के साथ आपका व्यवहार सौम्य एवं गरिमापूर्ण हो । मेरी आप सबसे अपेक्षा है कि आप कार्य करने में समय का पालन पाबंदी के साथ करेंगे एवं समयानुशासन से कोई समझौता नहीं करेंगे। एक सूत्र जो मैं आप सबके साथ साझा करना चाहता हूं वो यह है कि जो व्यवहार आपको स्वयं के लिए नहीं पसंद है उसे आप दूसरों के साथ नहीं करेंगे। एनडीए. शासनकाल में सरकारी नौकरियों में महिलाओं को दिए गए 35 प्रतिशत आरक्षण का प्रतिफल विधान सभा सचिवालय में भी देखने को मिल रहा है।
सभा सचिवालय की कार्य संस्कृति महिला कर्मियों के लिए अनुकूल हो, यह सुनिश्चित करना हम सबकी जिम्मेदारी है। मैं स्पष्ट रूप से आपसे कहना चाहता हूं कि कार्य प्रकृति के अनुसार प्रत्येक कार्य की समयसीमा तय होनी चाहिए, इससे सभा सचिवालय का वातावरण बेहतर होगा। यहां के वर्दीधारी पदाधिकारियों एवं कर्मचारियों से अपेक्षा है कि वे कार्यालय अवधि में वर्दी में ही रहें। कार्य पद्धति में सकारात्मक परिर्वतन के लिए नियमित प्रशिक्षण की आवश्यकता है इससे आपकी कार्य क्षमता एवं कार्य कुशलता बढ़ती है। कार्य के दौरान कोई भी कठिनाई होने पर अपने नियंत्री पदाधिकारी से तुरंत सम्पर्क करें । वरीय पदाधिकारियों से यह अपेक्षा है कि वे अपने अधीनस्थ कर्मचारियों की कठिनाईयों का यथाशीघ्र निष्पादन करेंगे। मैं देख रहा हूं कि यहां काफी संख्या में युवा पदाधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद है। मुझे युवा पीढ़ी की क्षमता पर पूर्ण भरोसा है । मुझे उम्मीद है कि आप अपनी क्षमता का सकारात्मक उपयोग करेंगे। साथ ही मुझे यह भी भरोसा है कि आप सबके सहयोग से दो महीने के भीतर सभा सचिवालय की कार्य पद्धति में सकारात्मक परिवर्तन देखने को मिलेगा ।