डेहरी ऑन सोन : औरंगाबाद जिले के ओबरा के रहने वाली महिला का नगर परिषद के बस स्टैंड के समीप स्थानीय डॉक्टर चंदा हॉस्पिटल में नॉर्मल डिलीवरी की जगह परिवार से बिना सहमति के बड़े ऑपरेशन कर बच्चा जन्म दिलाने के मामले में नगर थाना में शुक्रवार को प्राथमिकी दर्ज की गई है। नगर पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज करने में जब विलंब किया तो ओबरा के पूर्व विधायक सोम प्रकाश द्वारा पुलिस के वरीय अधिकारियों से हस्तक्षेप करने की गुहार लगाई गयी तब जाकर प्राथमिकी दर्ज कर लिया है। ओबरा निवासी संजीत कुमार ने पुलिस को बताया कि उनकी पत्नी अमृता कुमारी गर्भवती थीं और डिलीवरी का नौवां महीना भी चल रहा था। वह पत्नी को जांच के लिए डॉक्टर चंदा हॉस्पिटल लेकर शुक्रवार की सुबह आए थे। नर्सिंग होम के डॉ मनोज कुमार सिंह एवं डॉ वंदना भारती ने भर्ती करने को कहा और भर्ती के बाद 5 हजार रुपए जमा कराया। उनकी पत्नी के चेकअप के दौरान परिजनों को बाहर निकाल दिया गया। पीड़िता अमृता कुमारी के परिजनों ने बताया की उन्हें पहले से नॉर्मल डिलीवरी की जानकारी थी। किंतु जब मरीज के पास गए तो पता चला कि वह बेहोश पड़ी है तथा उसका सिजेरियन ऑपरेशन किया गया है। उन्होंने बताया कि उनकी मरीज पहले से पूरी तरह नॉर्मल थी और कोई परेशानी नहीं थी। ऑपरेशन के बारे में न तो उन्हें कोई सूचना दी गई और न हीं उनसे कोई सहमति ही ली गयी। थोड़ी देर बाद नर्सिंग होम का स्टाफ आकर और 20 हजार रुपए जमा करने का दबाव भी बनाने लगा। डेहरी पुलिस ने गर्भवती महिला का बगैर सहमति सिजेरियन ऑपरेशन करने और ठगी कर रुपए ऐंठने के मामले में डॉ चंदा हॉस्पिटल के चिकित्सक डॉ मनोज कुमार सिंह को गिरफ्तार कर न्यायालय भेज दिया गया है। एएसपी संजय कुमार ने बताया कि मामला 420 का है। इसके अलावा भी आईपीसी के विभिन्न धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज हुई है। इस मामले में कुछ और गिरफ्तारियां हो सकती हैं।