रोहतास दर्शन न्यूज़ नेटवर्क : 16 जुलाई 2021 : मोतिहारी। मोतिहारी जिले में पुलिस ने गुरुवार को एक युवक को अरेस्ट किया है। वह खुद को सीबीआई का एसपी बताता था और पुलिस पर दबाव डालकर अपना काम कराता था। साथ ही बेरोजगार युवकों से नौकरी दिलाने के नाम पर पैसा भी ऐंठता था। पुलिस के कबूलनामे में उसने कहा है कि मुझे बचपन से आईपीएस बनने का शौक था, लेकिन पढ़ाई में कमजाेर होने के कारण नहीं बन पाया। इसके बाद हमने फर्जी एसपी बनने का प्लान बनाया।
बुधवार को लौरिया प्राथमिक स्कूल में जाकर अपने को सीबीआई एसपी बताया और पैसा मांगने लगा। इस पर लोगों को शक हुआ। पुलिस को शिकायत कर दी। फिर पुलिस ने जांच की तो वो जालसाज निकला। इसके बाद उसे पुलिस ने अरेस्ट कर लिया है। जांच में पता चला कि एक बार काम नहीं होने पर उसने मलाही और गोविंदगंज पुलिस की शिकायत एसपी और डीएसपी से की थी। इसके बाद पुलिस के आला अफसरों को शक होने पर छानबीन की गई तो वो जालसाज निकला।
मोतिहारी एसपी नवीन चन्द्र झा ने बताया कि आरोपी युवक का नाम अमोल कुमार है। वह मोतिहारी जिले का ही रहने वाला है। उसकी गिरफ्तारी गोविंदगंज थाना क्षेत्र के राजेपुर गांव से हुई है। पुलिस ने उसके पास से 5.60 लाख रुपए, सीबीआई का फर्जी आईकार्ड, फर्जी अपॉइंटमेंट लेटर, फर्जी परमिशन लेटर, सीबीआई का फर्जी सील, सीबीआई एसपी की फर्जी मुहर, भारत सरकार की फर्जी मुहर, पूर्व मुख्यमंत्री का फर्जी पत्र, सीबीआई का सीलबन्द लिफाफा बरामद किया है।
ऐसा कोई नहीं, जिसको ठगा नहीं
लोगों और लोकल अफसरों पर अपना धौंस जमाने के लिए उसने राष्ट्रपति से लेकर मुख्यमंत्री तक का लेटर पैड बनवा लिया था। समय-समय पर वह लोगों को दिखाता था और अपना काम करा लेता था। पुलिस की पूछताछ में उसने बताया कि पहली बार जालसाजी करने में झिझक हुई, लेकिन उसमें जब सफलता मिल गई तो मजा आने लगा। उसने कहा, ‘बिहार में बेरोजगारी बहुत है।